GHMC Election Results: ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव में बीजेपी ने शानदार सफलता हासिल की है. हालांकि निगम पर टीआरएस एक बार फिर कब्जा जमाने जा रही है. के चंद्रशेखर राव (केसीआर) की पार्टी टीआरएस ने 55 सीटों पर जीत दर्ज की है और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. निगम में बहुमत के लिए 76 सीटों की जरूरत होती है.


कुल 150 में से 149 सीटों पर एक दिसंबर को हुए चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम तीसरे नंबर पर रही और पार्टी ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की है.


इस चुनाव में कांग्रेस मात्र दो सीटों पर सिमट गई. पार्टी की हार के बाद तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष उत्तम रेड्डी ने इस्तीफा दे दिया. 2016 के चुनाव में टीआरएस 99, एआईएमआईएम 44, बीजेपी चार, कांग्रेस दो और टीडीपी एक सीट पर जीती थी.


नतीजे
149/150
TRS 55
BJP 48
AIMIM 44
Cong 2


बीजेपी ने इस चुनाव के लिए काफी जोरशोर से प्रचार किया था. पार्टी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव प्रचार किया था. वहीं, टीआरएस राव के करिश्मे और मुख्यमंत्री के तौर पर उनके कामकाज पर निर्भर रही.


किसने कितनी सीटों पर उम्मीदवार उतारे?
सत्तारूढ़ टीआरएस ने सभी 150 वार्ड में अपने उम्मीदवार उतारे. जबकि बीजेपी ने 149 वार्ड में अपने उम्मीदवार उतारे थे. कांग्रेस, एआईएमआईएम और टीडीपी ने क्रमश: 146, 51 और 106 वार्ड में अपने उम्मीदवार उतारे थे.


बीजेपी ने बताया नैतिक जीत


चार सीट से 49 सीट पर पहुंचने से बीजेपी काफी उत्साहित है और जीत का जश्न मना रही है. गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जनता का आभार जताया है.


उन्होने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी की विकास की राजनीति में भरोसा जताने के लिए तेलंगाना की जनता का आभार. हैदराबाद नगर निकाय चुनाव में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के लिए जेपी नड्डा जी और बंदी संजय कुमार को बधाई. बीजेपी के कार्यकर्ताओं का कठिन परिश्रम सराहनीय है.''






बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव ने जीएचएमसी चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को ‘‘नैतिक जीत’’ बताते हुए कहा कि भगवा पार्टी तेलंगाना में टीआरएस की ‘‘एकमात्र विकल्प’’ के रूप में उभरी है.


हैदराबाद में स्थानीय चुनावों के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए भूपेंद्र ने कहा, ‘‘(चुनाव) परिणाम बहुत ही उत्साहवर्द्धक हैं, बीजेपी का मनोबल बढ़ाने वाले हैं तथा एक तरह से यह पार्टी के लिए नैतिक जीत है. (चुनाव) परिणाम से यह प्रदर्शित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व और सुशासन के उनके मॉडल की सभी क्षेत्रों में स्वीकार्यता है. ’’


उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदर्शन से यह भी प्रदर्शित होता है कि जनता ने वंशवाद की राजनीति के खिलाफ और टीआरएस के भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना जनादेश दिया है.