रेल मंत्रालय ने सोमवार को कोटा-सवाई माधोपुर सेक्शन पर 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से अपनी नई इकोनॉमी एसी-3 टायर कोच का 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रायल पूरा कर लिया है. रेलवे ने इस इकोनॉमी कोच के ट्रायल रन का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाए गए इन एसी 3-टियर कोच को नए तरीके से डिजाइन किया गया है, जिनकी क्षमता 83 बर्थ की है.


इकोनॉमी एसी कोच में बदलेंगे ट्रेनों के स्लीपर कोच


रिपोर्ट्स के अनुसार, 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के स्लीपर कोच को इन इकोनॉमी एसी कोच में बदलने की संभावना है. रेलवे के अनुसार, गैर एसी स्लीपर कोच 130kmph की गति प्राप्त नहीं कर सकते हैं, इसलिए एक्सप्रेस ट्रेनों में एसी कोचों की आवश्यकता है.


कई सुविधाओं के साथ मिलेंगे ये कोच


इस इकोनॉमी एसी 3-टियर कोच में व्यक्तिगत रीडिंग लाइट, एसी वेंट्स, यूएसबी पॉइंट, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए बेहतर सीढ़ी और गलियारे की बर्थ के बगल में स्नैक टेबल शामिल हैं. इन सबके अलावा बेहतर स्वच्छता के लिए फुट-संचालित नल, कोच में विशेष जरूरतों वाले लोगों के लिए शौचालय तथा प्रवेश और निकास के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. इस कोच में हर सीट/बर्थ के लिए एसी वेंट दिया गया है, ताकि हर यात्री को एसी की ठंडक महसूस हो और आरामदायक सफर का फायदा मिल सके. फिलहाल कोच के सिर्फ टॉप पर AC वेंट होता है. लेकिन अब हर यात्री के लिए उनका पर्सनल एसी वेंट होगा.


हालांकि, इस कोच के टिकटों का किराया स्लीपर क्लास के कोचों से अधिक होने की उम्मीद है, लेकिन नियमित एसी-3 कोचों की तुलना में कम रहेगा. रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला ने इन लग्जरी एसी-3 कोचों का निर्माण किया है.


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