पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करा पड़ा है, इस बीच पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर लगातार आवाज बुलंद हो रही है. रविवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी इस संबंध में कोई बड़ा फैसला नहीं हुई. इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है.


असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी में कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन लगातार चुनावी हार ने साबित कर दिया है कि ये गांधी परिवार कांग्रेस को जीत की ओर नहीं ले जा सकता. उन्होंने कहा कि यहां तक ​​कि कांग्रेस आम चुनावों में भी दिखाई नहीं देगी.






कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कहा कि ‘हम पार्टी के हित में किसी भी त्याग के लिए तैयार हैं.’ इसके बाद सीडब्ल्यूसी में शामिल नेताओं ने उनके नेतृत्व में भरोसा जताते हुए उनसे आग्रह किया कि संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक वह पद पर बनी रहें. सीडब्ल्यूसी में शामिल नेताओं ने सोनिया गांधी से यह भी कहा कि वह कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए जरूरी बदलाव करें और सुधारात्मक कदम उठाएं.


सोनिया गांधी की अध्यक्षता में करीब साढ़े चार घंटे तक हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में यह फैसला भी किया गया कि संसद का बजट सत्र संपन्न होने के तत्काल बाद एक ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने प्रदेश में ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन करने का प्रस्ताव दिया. ‘चिंतन शिविर’ से पहले सीडब्ल्यूसी की एक और बैठक होगी.


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