Free Ration Scheme: साल 2020 में भारत सहित दुनियाभर के देशों में वैश्विक महामारी कोविड (Covid-19) की शुरुआत हुई थी. 2020 में कोरोना (Corona) के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों के लिए मुफ्त अनाज वितरण योजना शुरू की गई है. अब ये योजना आगे जारी रहेगी या नहीं इस बात को लेकर मंथन जारी है लेकिन अभी तक इसपर कोई फैसला नहीं लिया गया है.


अटकलें लगाई जा रही है कि बुधवार को होने वाली केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस बारे में कुछ फैसला हो सकता है हालांकि अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि बुधवार की बैठक के एजेंडे में ये मुद्दा शामिल है या नहीं?


मुफ्त योजनाओं से बीजेपी को मिला है कोई फायदा
माना जाता है कि मुफ्त राशन योजना से बीजेपी को कई विधानसभाओं के चुनाव में खूब फायदा मिला. इस साल फरवरी में हुआ यूपी चुनाव इसका उदाहरण है. योजना की वर्तमान समय सीमा 30 सितंबर को खत्म हो रही है. इस साल 26 मार्च को योजना की अवधि 30 सितंबर तक बढ़ाई गई थी. अप्रैल 2020 में शुरू हुई इस योजना की अवधि अब तक 6 बार बढ़ाई जा चुकी है.  


कब खत्म हो रही है योजना?
योजना की समय सीमा ऐसे समय में खत्म हो रही है जब देश में अनाज की उपलब्धता के मोर्चे पर कुछ चुनौतियां भी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और झारखंड जैसे इलाकों में खरीफ सीजन की सबसे प्रमुख फसल धान की बुवाई में इस साल 18 लाख हेक्टेयर की कमी दर्ज की गई. इसका असर इस साल धान के उत्पादन पर भी पड़ने की आशंका है.  


आज खाद्य मंत्रालय (Food Ministry) की ओर से ट्विटर पर जारी आंकड़ों के मुताबिक 26 महीने से जारी इस योजना में अब तक 1000 लाख टन अनाज का मुफ्त वितरण लाभार्थियों (Free Distribution Beneficiaries) को किया जा चुका है, योजना के तहत हर महीने 80 करोड़ लाभार्थियों को 5 किलो प्रति व्यक्ति मुफ्त अनाज दिया जाता है.


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