First Agniveer Recruitment: भारतीय सेना (Indian Army) में अग्निवीरों की भर्ती (Recruitment of Agniveers) शुरु हो गई है. अब तक देशभर के 22 लाख नौजवान थलसेना में अग्निवीर (Agniveer) बनने के लिए आवेदन कर चुके हैं और ये संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इन नौजवानों की भर्ती के लिए सेना ने देश के अलग अलग हिस्सों में रिक्रूटमेंट रैलियां (Recruitment Rally) शुरु कर दी हैं. हरियाणा के हिसार मिलिट्री स्टेशन (Hisar Militry Station) में भी देश की पहली रिक्रूटमेंट रैला आयोजित की गई है. आखिर क्या है अग्निवीर बनने की पूरी भर्ती प्रक्रिया ये जानने के लिए एबीपी न्यूज़ की टीम खुद पहुंची इस रैली में और जाना कि शुरुआत में विरोध के बावजूद युवाओं में अग्निपथ स्कीम को लेकर इतना उत्साह क्यों है. 


भारतीय सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए देशभर में एक दर्जन ज़ोनल रिक्रूटमेंट ऑफिस (जेडआरओ) है जिनके अंतर्गत  कुल 73 आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस (एआरओ) हैं. ये सभी एआरओ अपने अपने स्तर पर सैनिकों की भर्ती करते हैं. भारतीय सेना के मुताबिक, इन 73 में से 40 एआरओ में रजिस्ट्रेशन पूरा हो चुका है  जबकि बाकी 33 में अभी जारी है. हिसार एआरओ अंबाला जोनल रिक्रूटमेंट ऑफिस के अंतर्गत आता है.  14 अगस्त यानि रविवार को हिसार एआरओ ने हिसार मिलिट्री स्टेशन में में एक बड़ी रिक्रूटमेंट रैली का आयोजन किया जिसमें दो हजार से ज्यादा युवाओं ने हिस्सा लिया. 


हरियाणा के चार जिलों से पहुंचे थे नौजवान
ये नौजवान हरियाणा के चार अलग अलग जिलों से यहां पहुंचे थे. ये चार जिले हैं हिसार, जींद, सिरसा और फतेहाबाद. हिसार में देश की पहली रिक्रूटमेंट रैली का आयोजन किया गया है जो 12-26 अगस्त तक चलेगी. रविवार को तीसरा दिन था. हिसार एआरओ में करीब 22 हजार नौजवानों ने आवेदन किया है. ऐसे में 10 दिन तक रोजाना दो हजार से ज्यादा नौजवान यहां अग्निवीर बनने के लिए पहुंचेंगे. भारतीय सेना में अंबाला जोन के अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया की जिम्मेदारी संभालने वाले मेजर जनरल रंजन महाजन के मुताबिक, अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया ठीक वैसी ही है जैसाकि अभी तक आम सैनिकों की होती आई थी. सिर्फ दो बदलाव किए गए हैं. पहला ये कि आयु में दो वर्ष की ढील दी गई है. ये इसलिए क्योंकि कोरोना महामारी के चलते पिछले दो सालों से सेना में भर्ती नहीं हुई थी. दूसरा ये कि जिन आवेदकों नो आईटीआई (आईआईटी नहीं) का सर्टिफिकेट कोर्स किया हुआ है उन्हें फाइनल स्कोर में एक्सट्रा मार्क्स (नंबर) मिलेंगे.


आवेदकों का बायोमैट्रिक लेकर डॉक्यूमेंटेशन होता है
मेजर जनरल रंजन ने ये भी बताया कि हिसार के साथ साथ लुधियाना, बेंगलुरू, विशाखापट्टनम और औरंगाबाद में भी रिक्रूटमेंट रैलियां शुरू हो गई हैं. हिसार पहुंचे सभी आवेदकों को सबसे पहले 1600 मीटर की रेस में हिस्सा लेना था. एक तय समय सीमा में इस दौड़ को पूरा करने वाले नौजवानों को अगले चरण के लिए रजिस्ट्रेशन करना होता है. यहां सभी आवेदकों का बायोमैट्रिक से लेकर रजिस्ट्रेशन के दौरान दिए गए दस्तावेज और जानकारी क्रॉसचेक की जाती है. सेना के अधिकारी इन आवेदकों के सभी जानकारी अपने सिस्टम के डाटा-बेस में जमा कर लेते हैं. 


ऐसे होता है फिजिकल फिटनेस का टेस्ट
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बाद बारी होती है फिजीकल फिटनेस और स्टेमेना की. इ‌सके लिए आवेदकों को पुशअप, लांग जंप और हर्डल्स पर जिगजैग चलना होता है. इसके बाद होता है मेडिकल फिटनेस यानि कद, वजन और सीना कितना है. ये सब प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन सफल आवेदकों का 16 अक्टूबर को लिखित एग्जाम होगा. हिसार रिक्रूटमेंट रैली में अग्निवीर बनने आए नौजवानों से भी एबीपी न्यूज़ ने खास बातचीत की. यहां पहुंचे अधिकतर आवेदकों ने बताया कि वे अग्निवीर बनने को लेकर बेहद उत्साहित हैं. इस‌ सवाल पर कि शुरूआत में अग्निपथ स्कीम का विरोध हुआ था युवाओं ने कहा कि जो सेना में अपनी सेवाएं देना चाहेगा वो कभी भी विरोध-प्रदर्शन, तोड़फोड़ और आगजनी जैसी घटनाओं में शामिन नहीं हो सकते. 


सेना में 4 साल के सेवा अवसर पर भी खुश दिखे अभ्यर्थी
इस सवाल पर कि अग्निपथ स्कीम के तहत युवा सिर्फ चार साल के लिए ही देश को अपना सेवाएं दे सकते हैं, एक आवदेक ने कहा कि इससे देश के बाकी युवाओं को भी चार साल बाद देश सेवा करने का मौका मिलेगा. हरियाणा के नौजवान चीन हो या पाकिस्तान या फिर आतंकवादी सभी से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार थे. कुछ युवा ऐसे भी थे जो स्पोर्ट्स में अपना करियर बनाने के लिए सेना में भर्ती होना चाहते हैं. लेकिन एकाध आवेदक ऐसे भी मिले जो चार साल की सेवाओं से खुश नहीं थे. उनका मानना है कि आने वाले सालों में युवा अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवार बनने के लिए आवेदन नहीं करेंगे.


30 दिसंबर तक पूरी हो जाएगी अग्निवीर के पहले बैच की भर्ती
भारतीय सेना (Indian Army) के मुताबिक, 30 दिसम्बर तक अग्निवीरों (Agniveers) के पहले बैच की भर्ती (First Batch Recruitment) प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और पहला बैच ट्रेनिंग के लिए तैयार हो जाएगा. अगले साल यानि 23 जुलाई 2023 को ये अग्निवीर (Agniveer) अपनी-अपनी यूनिट में रिपोर्ट करना शुरु कर देंगे. भारतीय सेना में इस साल कुल 40 हजार पद अग्निवीरों के लिए हैं. वायुसेना (Airforce) में अग्निवीरों के 3000 हजार पदों के लिए रिकॉर्ड साढ़े सात लाख आवेदन आए (7,49,899) हैं और लिखित एग्जाम (Written Exam) भी हो चुका है. नौसेना (Indian Navy) में 3000 पदों के लिए 9.55 लाख आवदेन आए हैं. इनमें से 82 हजार महिलाओं के हैं. 600 पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं. अक्टूबर में लिखित परीक्षा होगी और 21 नबम्बर को सफल अभ्यर्थी ओडिसा स्थित चिल्का नेवल बेस पर ट्रेनिंग के लिए पहुंच जाएंगे. भारतीय सेना में महिलाएं भी कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस (CMP) के लिए अग्निवीर बनने के लिए आवेदन कर सकती हैं. उनकी 11 रिक्रूटमेंट रैली पुरुषों की रैलियों से अलग होंगी. 


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