Mumbai Crime: विदेशों से भारतीय नोटों (Fake Currency) की तस्करी (Smuggling) करने वाले गिरोह की अब खैर नहीं. डायरेक्टोरेट ऑफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस (Director Of Revenue Intelligence) ऐसे गिरोह के खिलाफ एक्शन में आ गया है. इसी सिलसिले में उसने शुक्रवार (14 अक्टूबर) को तीन लोगों को गिरफ्तार किया. उसने ये कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ की है जो लोग अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कर भारत में जाली नोट लेकर आते थे और अलग-अलग मार्केट में खर्च कर देते थे. 


रिवेन्यू इंटेलिजेंस के सूत्रों ने बताया कि उनको जानकारी मिली थी जिसके आधार पर पुणे रीजनल यूनिट ने जाली नोट के एक रैकेट का पर्दाफाश किया. सूत्रों ने आगे बताया की यह करवाई पुणे कस्टम विभाग के साथ मिलकर 12 अक्टूबर को की गई थी.


जांच में क्या मिला?
डीआरआई की टीम ने गुप्त जानकारी के आधार पर बाइक से जा रहे एक शख्स को पुणे के खड़की बाजार लेन के पास रोका और उसकी तलाशी ली. तलाशी में उसके पास से 500-500 रुपए के 400 नोट मिले और जांच में पता चला की ये सारे के सारे नोट जाली है.


कहां से आती है ये जाली नोट?
डीआरआई के सूत्रों ने आगे बताया कि जब इस आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने और दो आरोपियों के बारे में बताया जिसके बाद DRI ने उन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की तो पता चला की ये जाली नोट बांग्लादेश से भारत लाई जाती हैं और इसे भारतीय मार्केट में किसी ना किसी बहाने से उतारा जाता है.


अब क्या रहेगा जांच का रुख?
इतनी बड़ी मात्रा में इतनी नोट मिलने पर डीआरआई (DRI) इस मामले में आगे की जांच कर ये पता लगाने की कोशिश कर रही है की आखिर इस गैंग में और कितने लोग शामिल हैं ? इसके अलावा जांच का केंद्र बिंदु ये भी रहेगा कि तस्करी (Fake currency Smuggling) की इन नोटों का रूट क्या है? उन्होंने कहा कि जहां से ये लोग जाली नोट बांग्लादेश (Bangladesh) से भारत ला रहे हैं वहां से लाने की कोशिश कर रहे हैं और इसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर डालने की कोशिश कर रहे हैं.


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