Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में अब साल भर से भी कम का वक्त रह गया है. ऐसे में सियासी हलचल तेज हो गई है. अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दल चुनाव को ध्यान में रखते हुए समीकरण साधने में जुट गए हैं. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट विस्तार पर मंथन जारी है. झारखंड में सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर रणनीति बनानी शुरू कर दी है. वहीं, हरियाणा से रिपोर्ट है कि बीजेपी और उसकी सहयोगी जेजेपी के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. इन तीन राज्यों के सियासी माहौल पर एक नजर डालते हैं.


महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार


महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस की सरकार आगामी 30 जून को एक साल पूरा करने जा रही है. दोनों के सामने 2024 में होने वाले लोकसभा और फिर विधानसभा के चुनावों की चुनौती है. इन सबके बीच मंत्रिमंडल विस्तार का मसला भी अटका है. सरकार गठन के समय केवल एकनाथ शिंदे (मुख्यमंत्री) और देवेंद्र फडणवीस (उप मुख्यमंत्री) ने पद की शपथ ली थी. 41 दिनों बाद पहला कैबिनेट विस्तार हुआ जिसमें 18 विधायकों को शपथ दिलाई. इसमें 9 बीजेपी और 9 शिवसेना (शिंदे गुट) के थे.


शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट में कुल सदस्यों की संख्या 20 हो गई, लेकिन अभी भी 23 की जगह अभी खाली है. उसकी वजह है कि राज्य मंत्रिमंडल में 43 सदस्य हो सकते हैं. सवाल है कि फिर ऐसा क्या है जो कैबिनेट विस्तार से रोक रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दावेदार ज्यादा हैं और सीटें कम. यही वजह है कि दोनों मंत्रिमंडल विस्तार के बाद होने वाली कलह से बचना चाह रहे हैं. 


शिंदे गुट के साथ 40 विधायक हैं, जो उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर आए हैं. इनमें से अधिकांश मंत्री बनने का सपना पाले हुए हैं. लेकिन सभी को समायोजित कर पाना संभव नहीं है. वहीं, बीजेपी के साथ समस्या है कि वह गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है. उसके पास 105 विधायक हैं लेकिन उसे भी शिंदे गुट के बराबर सिर्फ 9 मंत्री पद मिले हैं. पार्टी के अंदर नेताओं का एक धड़ा अधिक मंत्री पद की मांग करता रहा है.


झारखंड- जेएमएम ने सीट शेयरिंग पर शुरू की चर्चा


झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 10 जून को रांची में अपने आवास पर राज्य समन्वय समिति की बैठक बुलाई है, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्य शामिल हैं. द हिंदू ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि बैठक में पार्टियों के सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा होने की संभावना है. इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन के सत्ता में आने के बाद पहली बार 9 सदस्यीय समिति एक साथ बैठने जा रही है.


हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी की तकरार बढ़ी


हरियाणा में सत्ताधारी बीजेपी और उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी (JJP) के बीच विवाद सतह पर आ गया है. एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी तेज हो गई है. ताजा बयान बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब का है जिन्होंने ये कह दिया कि जेजेपी ने समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया है. इसके बदले में उनके मंत्री बनाए गए हैं. बिप्लब देब ने दुष्यंत चौटाला के बयान का जवाब देते हुए कहा कि न तो मेरे पेट में दर्द है और न मैं डॉक्टर हूं.


हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी की बीच तनाव की वजह बनी है उचाना कलां विधानसभा सीट. इस सीट से वर्तमान में दुष्यंत चौटाला विधायक हैं. उन्होंने पिछले चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता को हराया था. हाल ही में बिप्लब देब ने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की एक बैठक में प्रेमलता को अगला विधायक बता दिया. इस पर दुष्यंत चौटाला ने कह दिया कि वे अगला चुनाव उचाना कलां से ही लड़ेंगे. दो सहयोगियों की एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी की चर्चा राज्य के सियासी गलियारों में तेजी से हो रही है.


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