प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हट्श टेलीकम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड और अन्य से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ईडी लखनऊ ने सोमवार (10 मार्च, 2025) को शांतनु गुप्ता और अब्दुल वहाब यासिर को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के तहत गिरफ्तार किया है.

ईडी को मिली दो दिन की कस्टडीगिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को लखनऊ की विशेष पीएमएलए (PMLA) अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें दो दिनों की ईडी कस्टडी में भेजने का आदेश दिया. अब ईडी इनसे पूछताछ कर मनी लॉन्ड्रिंग के पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश करेगी.

क्या है हट्श टेलीकम्युनिकेशन घोटाला?हट्श टेलीकम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड और अन्य कंपनियों पर फर्जी लेन-देन और अवैध फंड ट्रांसफर के आरोप लगे हैं. जांच एजेंसियों को शक है कि कंपनी ने धोखाधड़ी से पैसे इकट्ठा कर उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के जरिये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया.

ईडी की कार्रवाई और आगे की जांचईडी इस मामले में लंबे समय से जांच कर रही थी और जांच एजेंसी ने कई अहम सबूत जुटाए थे. अब इन गिरफ्तारियों के बाद मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल हैं और फंड कहां-कहां ट्रांसफर किए गए.

मनी लॉन्ड्रिंग पर बढ़ती सख्तीकेंद्र सरकार मनी लॉन्ड्रिंग पर सख्त कदम उठा रही है और इसी के तहत केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी लगातार बड़े आर्थिक घोटालों की जांच कर रही है. 

अब आगे क्या होगाकेंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इससे पहले भी कई बड़ी कंपनियों और कारोबारियों पर शिकंजा कसा है. ईडी इस मामले में भी तेजी से जांच कर रही है. अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में और कौन-कौन आरोपों के घेरे में आता है और आगे क्या कार्रवाई होती है.

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