Duplicate Garlic From China In Indian Market: भारत के बाजारों में नकली चावल और नकली अंडे बिकने के दावे तो पहले ही किए जा चुके हैं. अब क्या हो अगर आपको पता चले कि आपके यहां किचन में रखा खूबसूरत सफेद लहसुन, असली नहीं बल्कि नकली है. कुछ ऐसा ही दावा अमेरिका के एक सीनेटर ने किया है. उनका कहना है कि नकली सामान निर्यात करने में महारत हासिल कर चुका चीन अब भारत के बाजारों में नकली लहसुन भेज रहा है.


मार्केट में बिकने वाला यह लहसुन भारत के कई घरों में इस्तेमाल भी हो रहा है. यह बहुत ही सफेद और खूबसूरत होते हैं. हालांकि डुप्लीकेट होने की वजह से सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं.


नाली के पानी से होता है तैयार
इस नकली लहसुन को तैयार करने के लिए इसे नाली के पानी से सींचा जाता है. साथ ही लीड और अन्य मेटल के माध्यम से जल्द तैयार किया जाता है. साथ ही इसकी सफेदी बढ़ाने के लिए क्लोरीन से ब्लीच किया जाता है. ये सारे पदार्थ सेहत के लिए खतरनाक है.


अमेरिकी सीनेटर ने बताया राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा
एक अमेरिकी सीनेटर ने चीन से लहसुन आयात को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया है और इसकी जांच की मांग की है. रिपब्लिकन सीनेटर रिक स्कॉट ने वाणिज्य सचिव को पत्र लिखकर गंदे तरीके से इस तरह के लहसुन के उत्पादन का हवाला देते हुए कहा है कि चीनी लहसुन असुरक्षित है.


लहसुन पर दाग नहीं तो मत खरीदें
अगर आपको चीन के नकली लहसुन से बचा़ना है और भारत में उत्पादित हो रहे असली लहसुन की पहचान करनी है तो इसका तरीका बहुत आसान है. बाजार में बिक रहे नकली लहसुन सफेद होते हैं. इनमें कोई दाग-धब्बे नजर नहीं आएंगे. इनकी पहचान करने के लिए आप लहसुन को पलट कर देखें. अगर इसके निचले हिस्से में दाग नजर आ रहे हैं तो इसका मतलब है कि ये असली हैं. अगर ये पीछे बिल्कुल सफेद हैं तो वे चीनी जहरीला नकली लहसुन है. 


नकली लहसुन के दावे पर हो रही जांच 
सीनेटर स्कॉट ने लहसुन के विभिन्न प्रकारों के बारे में भी विस्तार से बताया है. हालांकि फिलहाल इसे साबित नहीं किया जा सका है. क्यूबेक में मैकगिल विश्वविद्यालय में विज्ञान और समाज कार्यालय, का कहना है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि चीन में लहसुन उगाने के लिए नाली के पानी का उपयोग उर्वरक के रूप में किया जाता है.


चीन दुनिया का सबसे बड़ा लहसुन निर्यातक
 चीन ताजा और ठंडा लहसुन का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है. अमेरिका इसका एक प्रमुख उपभोक्ता है. अमेरिका ने चीन पर लागत से कम कीमत पर लहसुन को बाजार में “डंप” करने का आरोप लगाया है. चीन की इस चाल को रोकने के लिए 1990 से ही अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर भारी कर लगाया है. 2019 में ट्रंप प्रशासन ने चीनी उत्पादों के आयात पर कर और बढ़ा दिया था.


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