मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना नेता संजय राउत के साथ किसी भी तरह की राजनीति चर्चा से इनकार कर दियाहै. संजय राउत ती तरह ही फडणवीस ने भी कहा है कि हम लोगों की मुलाकात सामना अखबार में इंटरव्यू को लेकरप हुई थी. फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर हम लोग किसी भी तरह की चर्चा नहीं कर रहे. उन्होंने हमलावर होते हुए कहा कि यह सरकार अपने वजन से खुद गिर जाएगी.


फडणवीस ने कहा, ''संजय राउत से मेरी जो मुलाकात हुई, उसके कोई भी राजनीतिक मायने नहीं हैं. संजय राउत जी अपने अखबार सामना के लिए मेरा इंटरव्यू लेना चाहते थे. मैंने उसके लिए कुछ शर्तें रखी थीं. मेरा इंटरव्यू एडिट नहीं होना चाहिए, मेरा भी कैमरा रहेगा. उसी की चर्चा करने के लिए हम लोग मिले थे. इस बैठक में कोई भी राजीनिक चर्चा नहीं की.''


उन्होंने आगे कहा, ''मैं बिल्कुल साफ शब्दों में कहता हूं कि सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ हमारी कोई भी चर्चा नहीं चल रही है. गठबंधन की कोई भी चर्चा नहीं चल रही और गठबंधन की चर्चा करने का कोई कारण भी नहीं है.''


महाअघाड़ी गठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए फडणवीस ने कहा, ''जिस प्रकार से यह सरकार चल रही है, लोगों का बहुत गुस्सा इस सरकार के खिलाफ है. जैसी बदले की भावना के साथ यह सरकार कार्रवाई कर रही है, उसको लेकर लोगों का गुस्सा है. जिस प्रकार यह सरकार कोरोना को नियंत्रण कर रही है, उसे लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है. ऐसे में मजबूत विपक्ष के तौर पर हम लोग काम कर रहे हैं. यह सरकार अपने वजन से खुद चरमराकर नीचे आएगी, जिस दिन नीचे आएगी उस दिन वैकल्पिक सरकार कैसी बनेगी, हम चर्चा जरूर करेंगे. लेकिन अभी हम सरकार बनाने की जल्दबाजी में नहीं हैं.''


संजय राउत ने मुलाकात पर क्या कहा था?
देवेंद्र फडणवीस के साथ मुलाकात पर संजय राउत ने कहा कि राजनीति में कोई दुश्मन नहीं होता. उन्होंने कहा कि एक इंटरव्यू के लिए उन्होंने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी. संजय राउत ने इस मुलाकात को गैर राजनीतिक बताया. उन्होंने कहा था कि फडणवीस से मिलना कोई अपराध नहीं है, राज्य के दो नेता मिल सकते हैं. वहीं बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात को राजनीति से परे बताया था.


संजय और फडणवीस की मुलाकात पर क्यों गरमाई सियासत?
दरअसल, महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार है. लेकिन बीते दिनों में कई ऐसे मौके आए जब तीनों दलों के बीच के मतभेद सामने आए. ये सवाल भी कई बार उठे कि क्या महाराष्ट्र में तीनों दलों के गठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी?


बता दें कि महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर लड़ा था. हालांकि चुनाव के बाद बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग हो गई. शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली थी.


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