नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन के कारण हरियाणा की राजनीति में भी हलचल देखने को मिल रही है. अब हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. पीएम मोदी के साथ इस बैठक में किसानों और कृषि कानूनों के मुद्दे पर चर्चा हुई.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एक घंटे तक बैठक की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम के साथ हुई बैठक में किसान आंदोलन पर भी चर्चा हुई. बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री सीधे चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए. वहीं एक दिन पहले ही गृहमंत्री अमित शाह के साथ चौटाला ने मुलाकात की थी.


वहीं तीन कृषि कानूनों को लेकर राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर जारी किसानों के प्रदर्शनों के बीच मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है और यह सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से एक घंटे तक लंबी बैठक के बाद खट्टर और चौटाला ने कहा कि उन्होंने राज्य में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में बातचीत की.


वहीं अमित शाह से मुलाकात के बाज चौटाला ने बताया कि हरियाणा सरकार को कोई खतरा नहीं है और वह पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी. वहीं खट्टर ने कहा कि सरकार के भविष्य को लेकर अनुमान लगाने का कोई औचित्य नहीं है. सीएम खट्टर ने कहा कि हरियाणा किसान प्रदर्शनों का केंद्र है इसलिए उन्होंने गृहमंत्री के साथ राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर बातचीत की.


किसानों का दबाव?


वहीं कल हुई बैठक से पहले शाह और दुष्यंत ने जेजेपी के विधायकों से एक फार्म हाउस में मुलाकात की, जिनमें से विधायकों के एक वर्ग का कहना था कि अगर ये कानून वापस नहीं लिए जाते हैं तो सत्तारूढ़ गठबंधन को बड़ा नुकसान पहुंचेगा. ऐसा माना जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी के कुछ विधायक प्रदर्शनकारी किसानों के दबाव में हैं.


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