नई दिल्ली: दिल्ली में हुए हिंसात्मक घटनाओं के लिए कई राजनेताओं के बायन को लोगों को उकसाने के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है. जहां बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, परवेश वर्मा समेत खई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही जा रही है तो वहीं अब एक और नया वीडिया सामने आया है.


नया वीडियो रागनी तिवारी नाम की महिला का है, जिसे दिल्ली के मौजपुर में दंगा भड़काने को दोषी माना जा रहा है. रागनी तिवारी ने 23 और 24 फरवरी को लगातार यहां माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. वो लगातार भड़काऊ बातें करती रही.लोगों की भीड़ को भड़काती रहीं, सड़क जाम करती रही. इतना कुछ करने के बाद भी वह अभी तक दिल्ली पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.


क्या है मामला


दरअसल, 22 फरवरी यानी शनिवार की रात साढ़े 10 बजे नागरिकता कानून के विरोध में मुस्लिम महिलाओं ने सड़क जाम कर दी थी. रात भर पुलिस ये सड़क खुलवाने की कोशिश करती रही, लेकिन खुलवा नहीं पाई. इसके बाद अगले दिन यानी 23 फरवरी को यहां हिंदूवादी संगठनों के लोग प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए. उसी वक्त कपिल मिश्रा भी यहां पहुंचे थे, लेकिन कपिल मिश्रा से अलग कुछ लोग और पहुंचे थे और उनका नेतृत्व कर रही थी रागनी तिवारी.


23 तारीख को रागनी तिवारी ने यहां से फेसबुक लाइव कियाऔर सीधे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज की मांग की. वो फेसबुक वीडियो में कहती हुई दिखाई दे रहीं हैं, '' दिल्ली पुलिस लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं. मोटे मोटे लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं. लंबे लंबे लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं. जरूरत पड़ी तो हमें बुलाओ, हम तुम्हारे साथ हैं.''


नारे लगाते हुए रागनी तिवारी के नेतृत्व में आए लोग सड़क पर बैठ गए. जिसके बाद पुलिस हटाने आई लेकिन इन्होंने हटने से मना कर दिया और कहा,'' जेल ले जाइए, जेल से फिर यहीं आएंगे. बहुत हो गया... शाहीन बाग में दिक्कत नहीं होगी, यहां दिक्कत होगी.'' इसके बाद फिर से हंगामा होने लगा... लगातार नारेबाजी होने लगी, '' मोदी जी तुम लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं. मोटे मोटे लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं. लंबे लंबे लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं. जरूरत पड़ी तो हमें बुलाओ, हम तुम्हारे साथ हैं.'' फिर भीड़ ने जय श्रीराम और वंदे मातरम के नारे लगाने शुरू कर दिए.


23 तारीख ही वो दिन था, जब भीम आर्मी ने भारत बंद का आह्वान किया था और जाफराबाद में सीएए का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों के साथ भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी थे. तभी भीम आर्मी का एक कार्यकर्ता सीएए का समर्थन करने वाले इन प्रदर्शनकारियों के सामने से गुजरा तो उसके साथ हाथापाई शुरू हो गई. तो इस महिला ने उन्हें रोका भी...


इसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई तो महिला ने फेसबुक लाइव करना शुरू कर दिया. उसने कहा,'' मोदी जी ये देखिए पत्थरबाज, कितने पत्थर बरसा रहे हैं. पत्थर भी लग गया हमें. मैं अकेली महिला हूं. उधर से देखिए कितने पत्थर बरसा रहे हैं.मैं निकल रही हूं, जिसको मारना होगा, मुझे मारे..देखते रहिए मोदी जी कितनी हिम्मत इन ^%$& की हो गई है. मैं अकेली महिला यहां से नहीं हटूंगी... मुझे लग जाए.. मैं नहीं हटूंगी.


इसके बाद इन लोगों ने 23 फरवरी की पूरी रात यहीं पर धरना दिया और सड़क रोकी रखी. रागिनी तिवारी तब भी इन लोगों को लीड कर रही थी और लगातार भड़का रही थी.रागनी तिवारी लगातार अपने फेसबुक से लाइव कर रही थीं और भड़काऊ बातें कर रही थीं. रागनी ने फिर लाइव के जरिए कहा,'' भाइयों मैं जनक की धरती की बेटी रागिनी तिवारी, लोग मुझे जानकी बहन कहते हैं. पहली बार आज मुझे अपने सनातनी भाइयों पर गर्व हो रहा है. जियो मेरे शेरों, तहेदिल से मैं तुमको आशीर्वाद दे रही हूं. पूरी रात ये रोड जाम रखा. पूरी रात लगन से खड़ा होके बिना अन्न बिना जल ग्रहण किए, सब भाई मेरा ये रोड जाम रखा. अब तुम्हें हम बताते हैं कि धर्मशाला बनाने का मजा और शाहीन बाग किसको कहते हैं.


फिर इसके बाद यहीं पर जय श्रीराम के नारे लगने लगे और ज्यादा भड़काऊ बातें होने लगीं. लोग कहने लगे कि भारत में यदि रहना है, तो जय श्रीराम कहना होगा.


24 तारीख की सुबह भी रागनी तिवारी ने फिर से फेसबुक लाइव किया. इसी फेसबुक लाइव में रागनी तिवारी ने एक बार फिर लोगों को भड़काया और उन्हें घर से बाहर निकलने को कहा. रागनी ने कहा,'' दिल्ली के लोगों से मैं ये कहना चाहती हूं कि बाहर निकलिए. पहले शाहीन बाग, फिर जाफराबाद, फिर आगे... ये क्या दिखाना चाहते हैं. ये क्या हो रहा है हमारे देश में? यानी कि धर्मशाला में हम खाएंगे, रहेंगे, लेकिन कागज नहीं दिखाएंगे. आप लोग सेकुलर सोच छोड़कर के देश धर्म के लिए आगे आइए. और डटकर मुकाबला कीजिए, क्योंकि अभी नहीं तो कभी नहीं. ये 25-30 % हैं, तो इनका ये रौब ये 50 % हो जाएंगे तो तब क्या करेंगे?


रागिनी तिवारी के फेसबुक प्रोफाइल पर बहुत सी भड़काऊ पोस्ट्स और वीडियोज़ हैं. रागनी तिवारी के फेसबुक प्रोफाइल पर लिखा है कि वो बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं और उसने बिहार यूनिवर्सिटी से बीए भी किया हुआ है. फेसबुक पर रागनी के पेज को करीब साढ़े 28 हजार लोग फॉलो करते हैं.