नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पिछले साल हुए आतंकी हमले में एनआईए को एक बड़ी कामयाबी मिली है. एनआईए ने इस मामले में आतंकवादियों को हथियार विस्फोटक और नकदी मुहैया कराने वाले जैश-ए-मोहम्मद के ओवर ग्राउंड वर्कर शाकिर बशीर को गिरफ्तार किया है.


आरोप है कि शाकिर बशीर ने सुसाइड बॉम्बर आदिल अहमद डार समेत अनेक आतंकवादियों को शरण दी थी. साथ ही उसी ने सीआरपीएफ के काफिले के बारे में आतंकवादियों को सूचना दी थी. एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि शाकिर बशीर नाम का यह शख्स पुलवामा के ही काकापोरा इलाके का रहने वाला है और इसकी एक फर्नीचर की दुकान है. दुकान लेथपूरा पुल के पास स्थित है.


एनआईए ने शाकिर बशीर से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे 2018 के मध्य में पाकिस्तानी आतंकवादी आदिल अहमद दार से मिलवाया गया था. इसके बाद मोहम्मद उमर फारूक और वह दोनों लोग जैश-ए-मोहम्मद के पूर्णकालिक ओवरग्राउंड वर्कर बन गए थे.


प्रारंभिक पूछताछ के दौरान शाकिर ने खुलासा किया है कि उसने पुलवामा हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को हथियार गोला-बारूद नगदी और विस्फोटक सामग्री पहले एकत्र की और उसके बाद आतंकवादियों तक पहुंचाई. पूछताछ के दौरान यह खुलासा भी हुआ है कि आरोपी शाकिर ने 2018 के अंत से फरवरी 2019 तक जब तक आतंकवादी हमला नहीं हुआ, हमले में शामिल आदिल अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक को शरण दी थी. साथ ही उसने आईडी तैयार करने में भी उनकी मदद की थी.


पूछताछ में शाकिर ने बताया कि उसकी दुकान लेथपूरा पुल के पास स्थित है और जैसा की उसे मोहम्मद उमर ने सलाह दी थी उसने जनवरी 2019 में जम्मू श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले के आने जाने की टोह लेनी शुरू कर दी थी. इसके बारे में आतंकवादियों को सूचित किया था. इसके अलावा जिस मारुति ईको कार का इस्तेमाल किया गया था उसमें आईडी फिट करने में भी उसकी भूमिका थी.


एनआईए को जांच के दौरान पता चला था कि सीआरपीएफ के काफिले पर जो विस्फोटक इस्तेमाल किया गया उसमें अमोनियम नाइट्रेट नाइट्रो ग्लिसरीन और आरडीएक्स मिलाकर घातक विस्फोटक बनाया गया था. जांच के दौरान एनआईए इस मामले में सुसाइड बॉम्बर की भूमिका निभाने वाले आदिल अहमद डार के डीएनए से उसके पिता के डीएनए का मेल करा कर उसके सुसाइड बॉम्बर होने की पुष्टि कर चुका है.


ध्यान रहे कि पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था और इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. कई अन्य घायल हुए थे. एनआईए के अधिकारियों ने गिरफ्तार शाकिर बशीर को आज जम्मू में एनआईए की स्पेशल कोर्ट के सामने पेश किया जहां से उसे पूछताछ के लिए 15 दिन की रिमांड पर लाया गया है. एनआईए यह जानना चाहती है कि शाकिर के साथ साथ और अन्य वह कौन लोग थे जिन्होंने इस कांड में आतंकवादियों की मदद की थी.