नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में लड़की से दोस्ती पर नाराज होकर लड़की के परिजनों ने राहुल नाम के युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी. घटना 7 अक्टूबर बुधवार शाम की है. पुलिस ने हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर तीन नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है.


सामने आए वीडियो
घटना के दिन के कुछ सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं. पहला वीडियो घटनास्थल का है. ये वीडियो शाम करीब 6 बजकर 52 मिनट का है, जिसमें राहुल उसकी दोस्त और कुछ लड़के दोनों के साथ उस गली में जाते हुए दिखाई दे रहे हैं जहां मारपीट की गई. दूसरा वीडियो राहुल के घर के पास गली का है. ये वीडियो शाम करीब 6.45 बजे का है. इसमें लड़की और राहुल उसके घर के पास से साथ में घटनास्थल की ओर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. तीसरा वीडियो राहुल के घर के पास गली का है. ये वीडियो शाम करीब 7.12 बजे का है. राहुल घर की ओर वापस आता दिखाई देता है. इसमें वो दूर से पेट पर हाथ लगाते हुए और हाथ से मुंह पोछते हुए वापस आता दिखाई देता है.


बहन से बात करता है इसलिए मार रहे हैं
घटनास्थल पर सबसे पहले राहुल के चाचा धर्मपाल पहुंचे थे. राहुल के चाचा धर्मपाल ने बताया कि बुधवार को एक शख्स ने उनके भतीजे की पिटाई के बारे में बताया. मौके पर पहुंचकर किसी तरह से धर्मपाल ने हमलावरों के चंगुल से राहुल को बचाया. उन्होंने राहुल से पूछा कि ये लोग क्यों मार रहे हैं तो आरोपी लड़कों में से एक ने कहा कि ये हमारी बहन से बात करता है इसलिए मार रहे हैं. राहुल के चाचा ने एक लड़के को थप्पड़ भी मारा. धर्मपाल का कहना है कि जिस लड़की का नाम सामने आ रहा है उसने शाम को राहुल को फोन करके घर के पास आकर बुलाया था. सीसीटीवी फुटेज में भी ये दिखाई देता है कि दोनों साथ ही गए थे.


बेहाल है परिवार
18 साल का राहुल दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में रहता था. 28 मई को उसका जन्मदिन था, जब वो 18 साल का हुआ था. वो डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था. पढ़ाई के साथ राहुल ट्यूशन भी पढ़ाता था. राहुल के पिता संजय टैक्सी ड्राइवर हैं और मां रेणुका एक NGO में पढ़ाती हैं. उसकी एक छोटी बहन मुस्कान है. राहुल माता-पिता का इकलौता बेटा था. राहुल की मां और दादी का रो-रोकर बुरा हाल है.


मां ने कही ये बात
राहुल की मां रेणुका का कहना है कि घटना के दिन जब वो घर पहुंचीं तो राहुल दादी की गोद मे लेटा हुआ था. बाहर से कोई खास चोट नहीं आई थी लेकिन उसकी तबीयत खराब हो रही थी. उसे उल्टियां भी हुईं जिसके बाद उसे अस्पताल ले गए लेकिन देर रात उसकी मौत हो गई. जिस लड़की का ज़िक्र किया जा रहा है उस पर मां का कहना है कि उन्हें राहुल और उस लड़की की दोस्ती के बारे में नहीं पता था. उनका कहना है कि राहुल ट्यूशन पढ़ाता था. बहुत सारे स्टूडेंट्स से उसकी बात होती थी.


लड़की से भी पूछताछ होनी चाहिए
राहुल के चचेरे भाई गोलू ने बताया कि उसे राहुल और लड़की की दोस्ती के बारे में पता था. कुछ महीने पहले ही उसे जानकारी हुई थी. राहुल कभी-कभी रिक्शे पर लड़की को छोड़ने भी जाता था. दोनों साथ में कोचिंग क्लास जाया करते थे. राहुल के पिता संजय का कहना है कि कहा कि पुलिस ने 5 लोगों को पकड़ा है. जबकि मारने वाले करीब 10-15 लोग थे. उन सभी को गिरफ्तार किया जाए. राहुल के पिता के मुताबिक कुछ लोगों ने उन्हें बताया कि लड़की भी आई थी और उसी ने फ़ोन से कॉल करके राहुल को बुलाया था. इस मामले में लड़की से भी पूछताछ होनी चाहिए.


जारी है मामले की जांच
आदर्श नगर इलाके में घर से कुछ ही दूरी पर राहुल के साथ मारपीट की गई. जिस जगह राहुल की पिटाई की गई वो जगह राहुल के घर से करीब 500 मीटर दूरी पर है. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज पुलिस खंगाल रही है. पुलिस ने इस मामले में अब तक लड़की के रिश्तेदार मोहम्मद राज और मुन्नवर हुसैन को गिरफ्तार किया है जबकि तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया है. पुलिस के मुताबिक स्प्लीन रप्चर हो जाने के कारण राहुल की मौत हुई. मामले की जांच अभी जारी है.


मामले को लेकर हो रही है सियासत
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लड़की और राहुल पिछले कुछ महीनों से रिलेशनशिप में थे. लड़की उम्र में राहुल से बड़ी है और जॉब करती है. लड़की को इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि उसके रिश्तेदार राहुल के साथ इस तरह मारपीट करेंगे. फिलहाल उसे नारी निकेतन में रखा गया है. पूरे मामले पर दिन भर सिसायत भी हावी रही. घटना को धार्मिक और जातीय रंग देने की भी कोशिश की गई. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता पीड़ित परिवार से मिलने पहुचे.


तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है
आदेश गुप्ता ने कहा, '2018 में अंकित सक्सेना की मौत हुई थी तब दिल्ली के मुख्यमंत्री आए थे उन्होंने मुआवज़े का ऐलान किया था. लेकिन आज तक मुआवज़ा नहीं मिला. दुख की बात है कि इस मामले में अब तक दिल्ली के मुख्यमंत्री चुप हैं. उनसे अनुरोध करता हूं कि अपनी चुप्पी तोड़ें, सिर्फ मुआवजे का ऐलान न करें बल्कि दें भी." आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया, 'आरोपी सिर्फ एक धर्म विशेष के लोग हैं इसलिए तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. दलित समाज का बेटा है, 8 दिन पहले यूपी में सब दलित के बारे में बोल रहे थे. आज उनको आगे आने की ज़रूरत है.'


पिता बोले- धार्मिक रंग न दिया जाए
परिवार से मिलने पहुंचे दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार की ओर से परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की. बीजेपी के तुष्टिकरण की राजनीति के आरोप पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति बीजेपी करती है. हालांकि राहुल के पिता ने मीडिया से बात करते हुए अपील की कि इस मामले को धार्मिक रंग न दिया जाए, वो पुलिस की जांच से सन्तुष्ट हैं.