किसानों द्वारा 22 जुलाई को संसद मार्च के आवाहन को लेकर दिल्ली पुलिस ने आज संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ एक बैठक बुलाई है. इस बैठक का आयोजन अलीपुर स्थित मंत्रम रिसॉर्ट में किया गया है. पुलिस का प्रयास है कि बैठक में किसान नेताओं को इस बात के लिए मना लिया जाए कि वे लोग संसद मार्च का अपना इरादा स्थगित कर दें. उसकी जगह दिल्ली में किसी अन्य स्थान पर अपने संसद मार्च या धरना प्रदर्शन करने के लिए तैयार हो जाए.


दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की गाड़ी मीटिंग स्थल पर पहुंचनी शुरू हो गयी है. जॉइंट सीपी के साथ साथ स्पेशल ब्रांच के अडिशनल कमिश्नर व अन्य अधिकारी यहां पहुंच चुके हैं. वहीं किसान नेताओं का आना भी शुरू हो चुका है. योगेंद्र यादव सबसे पहले पहुंचने वाले किसान नेता हैं. मीटिंग का विषय किसानों द्वारा किये गए संसद मार्च का आवाहन है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की चिंता बढ़ गयी है. हालांकि पुलिस के किसी भी अधिकारी ने इस बैठक की कोई भी जानकारी शेयर करने से इंकार कर दिया है. 


योगेंद्र यादव ने कही ये बड़ी बात 


इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि हमारी तरफ से किसी भी किसान नेता ने संसद घेराव की कोई बात नहीं की है. ये भ्रम किसने फैलाया नहीं पता. हम लोग 22 जुलाई से संसद मार्च की शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन लगभग 200 किसान अपनी मांगों को लेकर पहुंचेंगे. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने हमें बैठक के लिए बुलाया है. बैठक में क्या सुझाव दिए जाते हैं, उस पर विचार विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.


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