Mundka Fire: दिल्ली के मुंडका में शुक्रवार को एक इमारत में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं. इस  हादसे में कई लोगों ने बिल्डिंग से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई. तीसरे फ्लोर पर मौजूद रहीं विमला नाम की महिला ने भी छलांग लगाकर अपनी जिंदगी बचाई. उनका इलाज संजय गांधी अस्पताल में चल रहा था.  


अस्पताल से निकलने के बाद विमला ने आपबीती बताई. घायल विमला का कहना है कि बिल्डिंग में आने और जाने का एक ही गेट है. अगर कुछ रास्ते और होते तो और लोगों की जान बच सकती थी. विमला ने बताया कि हादसे के वक्त मीटिंग चल रही थी. जैसे ही आग लगी किसी को निकलने का मौका नहीं मिला, क्योंकि आग सबसे नीचे के फ्लोर में सबसे पहले लगी और बिल्डिंग से निकलने का मात्र एक ही रास्ता था. 


उन्होंने आगे बताया कि जब अंदर धुआं भरने लग गया तब कुछ लोगों ने खिड़कियों के शीशे तोड़कर तीसरी फ्लोर से रस्सी के सहारे नीचे उतरकर छलांग लगाकर अपनी जान बचाई. विमला भी तीसरी फ्लोर पर ही थीं. वह भी रस्सी के सहारे लटकते हुए पहली मंजिल तक पहुंची और वहां से छलांग लगाकर उन्होंने अपनी जान बचाई और काफी देर तक वहीं पर पड़ी रहीं. उन्हें एंबुलेंस के जरिए संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां घटना के बाद से अब तक उनका इलाज चल रहा था. 


सीएम केजरीवाल ने किया घटनास्थल का दौरा


ये हादसा शुक्रवार को शाम 4 बजे के आसपास हुआ. घटना के 19 घंटे बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हालात का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे. अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, साथ ही सभी घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे. सीएम केजरीवाल ने ये भी कहा कि जो भी मामले में दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा. 


बता दें कि जिस इमारत में आग लगी वो 4 मंजिला है. इसका उपयोग व्यावसायिक रूप से कंपनियों को कार्यालय स्थान प्रदान करने के लिए किया जाता है. हादसे के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के मालिक के दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है.


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