Jama Masjid Shahi Imam: देशभर के मुसलमानों ने रविवार (25 फरवरी) को शब-ए-बारात मनाया, जिसे माफी की रात भी कहा जाता है. इस मौके पर दिल्ली की जामा मस्जिद को नया शाही इमाम भी मिला. दरअसल, अहमद बुखारी ने अपने बेटे सैयद शाबान बुखारी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया. उन्होंने जामा मस्जिद के नए इमाम के रूप में अपने पिता की जगह ली, इससे पहले वो नायब इमाम थे.


रविवार के दिन मस्जिद परिसर में दस्तारबंदी कार्यक्रम रखा गया था. जिसमें शाबान बुखारी की दस्तारबंदी (पगड़ी पहनाना) की गई. सैयद अहमद बुखारी ने कहा, ''यह इबादत की रात है. यह गुनाहों से माफी की रात है. सभी को शांति से प्रार्थना करनी चाहिए और बाद में सभी को अपने घर चले जाना चाहिए.” इस दौरान जामा मस्जिद के इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि पहले शाही इमाम को शाहजहां ने नियुक्त किया था.


400 से अधिक सालों से चली आ रही परंपरा


इमाम बुखारी ने आगे कहा, “जामा मस्जिद के पहले शाही इमाम हजरत सैयद अब्दुल गफूर शाह बुखारी के 63 साल की उम्र में शाही इमाम घोषित किया गया था. परंपराओं के मुताबिक इमामों ने अपने जीवनकाल में ही अपने उत्ताराधिकारियों की घोषणा की है. इसलिए, 400 से अधिक सालों से चली आ रही इस परंपरा के मुताबिक, जामा मस्जिद से मैं घोषणा करता हूं कि सैयद शाबान बुखारी मेरे उत्तराधिकारी होंगे.”


कौन हैं शाबान बुखारी?


जामा मस्जिद के अगले इमाम शाबान बुखारी का पूरा नाम सैयद उसाम शाबान बुखारी है. वो दिल्ली में 11 मार्च 1995 को पैदा हुए थे. उन्होंने एमिट यूनिवर्सिटी से सोशल वर्क में मास्टर डिग्री हासिल की है. साल 2014 में शाबान को अहमद बुखारी ने जामा मस्जिद का नायाब इमाम नियुक्त किया था. अहमद बुखारी के 3 बच्चे हैं जिसमें शाबान बुखारी सबसे छोटे बेटे हैं. शाबान बुखारी के भी दो बच्चे हैं. उनकी पत्नी का नाम शाजिया है.


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