Road Accident: डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप भी कहा गया है. जिंदगी बचाने वाले डॉक्टर कई बार कुछ ऐसा कर जाते हैं जो समाज में एक मिसाल बन जाती है. कुछ ऐसा ही किया है दिल्ली के डॉक्टरों ने. दरअसल, देश की राजधानी दिल्ली के एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम ने बेहद जटिल सर्जरी करके 20 साल के युवक की जान बचाई है.


जानकारी के मुताबिक, एक रोड एक्सीडेंट में युवक का चेहरा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके साथ ही उसके सिर में भी गंभीर चोट थी. करीब करीब युवक मरणासन्‍न स्थिति में पहुंच चुका था लेकिन डॉक्टरों की टीम ने चमत्कार कर दिखाया. 


एएनआई के मुताबिक, समीर नाम के युवक का एक्सीडेंट बीते एक जनवरी को हुआ था, जिसमें युवक के चेहरे पर 16 फ्रैक्चर थे और जीभ दो टुकड़ों में कट गई थी. गंभीर रूप से घायल युवक को दिल्ली स्थिति सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जन और न्यूरोसर्जन सहित 10 डॉक्टरों की एक टीम ने आठ घंटे लंबी सर्जरी की. 


हालत देख हैरान थे डॉक्टर 


एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक घायल युवक की जीभ दो टुकड़ों में कट गई थी. उसके होंठ बुरी तरह फट गए थे, खोपड़ी भी टूट चुकी थी. ऐसी स्थिति में अस्‍पताल में आए इस केस को देखकर एक बार तो डॉक्‍टर भी हैरान थे. लेकिन मैराथन सर्जरी के बाद डॉक्टरों की टीम को सफलता हाथ लगी. यहां प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जरी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. भीम सिंह नंदा ने बताया कि समीर के चेहरे की हालत काफी खराब थी. उसके सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आई थीं. 


चेहरे की हड्डियां कुचल गई थीं


इसके बाद न्‍यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉक्‍टरों ने केस को मरीज के स्थिर होने के बाद, चोटों की स्थिति का पता लगाने के लिए तुरंत मल्टिपल स्कैन किए. डॉ. श्रेय जैन, कंसल्‍टेंट न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट ने बताया कि न्‍यूरो की टीम ने सिर की चोटों का पता लगाया और उसी के अनुसार दवाएं शुरू कर दीं. मरीज के चेहरे पर गंभीर चोटें थीं और कई फ्रैक्चर इस हद तक थे कि चेहरे की हड्डियां कुचल गई थीं और छोटे टुकड़ों में बदल गई थीं.


उन्होंने आगे कहा कि यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और जटिल मामला था. तुरंत मरीज को सर्जरी के लिए ले जाया गया और चेहरे की त्वचा पर कोई अतिरिक्त कटौती किए बिना (निशान कम करने के लिए) सारे फ्रैक्चर (fracture) ठीक कर दिए गए. फिर सभी फ्रैक्चर और जोड़ों को अपनी जगह पर फिट कर दिया गया. जीभ और निचले और ऊपरी होंठ, नाक और पलकों सहित अन्य सभी कोमल टिश्यू (tissue) की चोटों की मरम्मत की गई.


मरीज पहली बार मुस्कुराया


श्रेय जैन ने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज अब स्थिर है. सफल सर्जरी के बाद मरीज पहली बार मुस्कुराया, बातचीत भी की और मुंह से तरल आहार लेने में सक्षम हुआ. उसे जल्द ही सर गंगा राम अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.


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