नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कल 18 वें हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने एचटी के कार्यकारी संपादक कुणाल प्रधान के साथ बातचीत भी की. इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रही है, तो इसकी डिलीवरी के लिए भारत में वीआईपी श्रेणी नहीं बनाई जानी चाहिए.


मुख्यमंत्री केजरीवाल का कहना है कि कोरोना योद्धाओं और कमजोर वृद्ध नागरिकों को वैक्सीन प्रशासन के लिए प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के लिए किसी प्रकार की कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए.


मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यह स्पष्ट करते हुए कहा कि टीकाकरण की रणनीति केंद्र की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर तैयार की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'वैक्सीन के वितरण के लिए कोई वीआईपी या गैर-वीआईपी श्रेणी नहीं होनी चाहिए. हर कोई समान है और सभी का जीवन महत्वपूर्ण है. हमें पहले कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण करना चाहिए ताकि वे अधिक आत्मविश्वास से संक्रमित लोगों की सेवा कर सकें और कमजोर नागरिकों को प्राथमिकता में आगे आना चाहिए.'


दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कोरोनो वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में सामने आई अनिश्चितताओं पर टिप्पणी भी की. उनका कहना है कि कोरोना वायरस की रोकथाम के प्रयासों को अद्वितीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, क्योंकि वायरस के गुण काफी हद तक अज्ञात बने हुए हैं.


मुख्यमंत्री केजरीवाल ने देशव्यापी लॉकडाउन पर बोलते हुए उसे सही बताया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को सही समय पर लगाया गया था और इसने सरकारों को कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को तैयार करने का समय दिया.


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