नई दिल्लीः केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका की सुरक्षा करेगी. सीआरपीएफ ने आज इसका जिम्मा संभाल लिया. अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी. केन्द्र सरकार ने पिछले सप्ताह सोनिया, राहुल और प्रियंका की एसपीजी सुरक्षा को वापस ले लिया था.


अधिकारियों ने बताया कि सोनिया गांधी के 10, जनपथ स्थित आवास पर इजरायली एक्स-95, एके सीरीज और एमपी-5 बंदूकों के साथ केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल के कमांडो की एक टुकड़ी ने सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है.


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इसी तरह का एक दस्ता कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी के तुगलक लेन स्थित आवास और प्रियंका गांधी वाड्रा के लोधी एस्टेट में स्थित आवास पर तैनात किया गया है.


'गांधी परिवार को जेड प्लस सुरक्षा'


विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) सुरक्षा हटाये जाने के बाद केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ की एक विशेष वीवीआईपी सुरक्षा इकाई को गांधी परिवार को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा है.


अधिकारियों ने बताया था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिवार को दी गयी एसपीजी सुरक्षा वापस लेने का फैसला एक विस्तृत सुरक्षा आकलन के बाद लिया गया. लिट्टे के आतंकवादियों ने 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या कर दी थी.


'एसजीपी अब केवल पीएम की सुरक्षा में रहेगा तैनात'


सोनिया, राहुल और प्रियंका से 28 साल बाद एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली गई. उन्हें सितंबर 1991 में 1988 के एसजीपी कानून के संशोधन के बाद वीवीआईपी सुरक्षा सूची में शामिल किया गया था.


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इस फैसले के साथ करीब 4,000 बल वाला एसजीपी अब केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में तैनात रहेगा.


देश में नक्सल विरोधी अभियानों और आंतरिक सुरक्षा कार्यों के लिए एक प्रमुख बल सीआरपीएफ के पास लगभग 52 अन्य वीवीआईपी की सुरक्षा की जिम्मेदारी है जिसमें केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और आरआईएल के अध्यक्ष मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी शामिल हैं.


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