CoWIN Data Leak Row: सरकारी वैक्सीनेशन पोर्टल कोविन (COWIN) से करोड़ों भारतीयों की निजी जानकारी यानी डेटा लीक होने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इस खबर के सामने आने के बाद सोमवार (12 जून) को कई विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से इस पर सफाई भी जारी की गई.


इस बीच इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीग्राम बॉट के जरिए लोगों की निजी जानकारी लीक करने वाले अज्ञात शख्स ने कहा कि उसने डेटा निकालने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से चलाई जाने वाली कोविन प्लेटफॉर्म पर सेंध नहीं लगाई थी. 


कोविन नहीं, दूसरे प्लेटफॉर्म से निकाला डेटा- हैकर
हैकर ने इंडिया टुडे को स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कोविन से जुड़े एक अन्य प्लेटफॉर्म में सेंध लगाई गई थी. इससे पहले कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सारा डेटा कोविन से हैक करके ही टेलीग्राम पर लीक किया गया था.


लीक हुए डेटा में नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, जन्म की तारीख और वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी शामिल थी. टेलीग्राम एप का इस्तेमाल करने वाला कोई भी शख्स इस ग्रुप को ज्वाइन कर ये डेटा पा सकता था. टेलीग्राम चैटबॉट को फिलहाल बंद कर दिया गया है.


सरकार ने दी ये सफाई
वहीं, केंद्र सरकार की ओर से कोविन के डेटा लीक से जुड़ी सभी खबरों का खंडन किय गया है. एएनआई के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रों का कहना है, "यह पुराना डेटा है, हम अभी भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं. हमने इसी के संबंध में एक रिपोर्ट मांगी है.'' 


सरकार ने कहा, "स्वास्थ्य मंत्रालय का कोविन पोर्टल डेटा गोपनीयता के लिए सुरक्षा उपायों के साथ पूरी तरह सुरक्षित है. डेटा उल्लंघन की सभी रिपोर्ट बिना किसी आधार के और शरारतपूर्ण प्रकृति की हैं. 


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