CDS Gen Bipin Rawat Chopper Crash: वायुसेना (Air Force) ने सीडीएस बिपिन रावत हेलिकॉप्टर क्रैश की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी है. वायुसेना के मुताबिक, जांच में खराब मौसम के चलते पायलट के 'भटकने' के कारण हेलिकॉप्टर क्रैश का कारण बताया गया है. वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी के मुताबिक, अचानक खराब हुए मौसम से हेलिकॉप्टर बादलों में दाखिल हो गया था. इससे पायलट का 'स्पेटियल डिसओरिएनटेशन' हुआ और जिसके कारण कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टैरेन (सीएफआईटी) हो गया. यानि हेलिकॉप्टर सीधे जमीन से जा टकराया.


वायुसेना के मुताबिक, जांच कमेटी ने दुर्घटना के कारणों में तकनीकी खराबी या फिर किसी मानवीय भूल या फिर साजिश से साफ इंकार किया है. सीडीएस जनरल बिपिन रावत के मी17वी5 हेलिकॉप्टर के क्रैश‌ के कारणों को जानने के लिए वायुसेना ने एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था. वायुसेना की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ये जांच कमेटी बनाई गई थी.


8 दिसम्बर 2021 को सीडीएस जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस से वायुसेना के मी-17वी5 हेलिकॉप्टर से ऊटी के करीब वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. उसी दौरान उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 14 लोगों सवार थे, जिनकी मौत हो गई थी.


वायु‌सेना के मुताबिक, जांच कमेटी ने सभी प्रत्यदर्शियों के बयान दर्ज किए. वायुसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड किए गए. साथ ही उन स्थानीय लोगों से भी बातचीत की गई जो इस दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे. उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई है जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था. क्रैश हुए हेलिकॉप्टर का एफडीआर यानि फ्लाईट डेटा रिकॉर्डर यानि ब्लैक-बॉक्स भी घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था. उसका डाटा भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है. 


इसके अलावा हेलिकॉप्टर के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की भी जांच कई गई. वायुसेना के मुताबिक, जांच के आधार पर कमेटी ने कुछ सुझाव दिए हैं जिनपर विचार किया जा रहा है.


Delhi और Mumbai के लिए बेहतर खबर, कल के मुकाबले कम आए Corona केस, पढ़ें 10 दिनों के आंकड़े