Supriya Shrinate On Himanta Sarma: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी की राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय मुस्लिम अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर एक बयान को लेकर राजनीति गरमा रही है. 


ट्विटर पर खुद को महिला पत्रकार बताने वाली एक यूजर के ओबामा के बयान पर असम पुलिस के रुख को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जवाब दिया तो कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने उस पर तंज कस दिया. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ''मेरे मित्र बराक अब हुसैन ओबामा हो गए!''


क्या कहा था बराक ओबामा ने?


पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गुरुवार (22 जून) को न्यूज चैनल सीएनएन के साथ बातचीत में कहा कि पीएम मोदी के साथ बैठक के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन को बहुसंख्यक हिंदू भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दे पर बात करनी चाहिए. ओबामा ने का कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो पीएम मोदी से कहते कि अगर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं होती है तो इसकी प्रबल संभावना होगी कि भारत अलग-थलग पड़ जाए.


क्या कहा ट्विटर यूजर ने जिसका हिमंत सरमा ने दिया जवाब


ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया, ''क्या भावनाओं को आहत करने के लिए ओबामा के खिलाफ गुवाहाटी में अभी तक एफआईआर दर्ज की गई है? क्या असम पुलिस ओबामा को किसी विमान से उतारने और गिरफ्तार करने के लिए वाशिंगटन जा रही है?''


हिमंत बिस्वा सरमा ने क्या कहा?


ट्विटर यूजर को जवाब देते हुए अमस के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा, ''भारत में ही कई हुसैन ओबामा हैं. वाशिंगटन जाने पर विचार करने से पहले उनकी देखभाल को प्राथमिकता देनी चाहिए. असम पुलिस हमारी अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार कार्य करेगी.''


सुप्रिया श्रीनेत ने कसा ये तंज


हिमंत बिस्वा सरमा के ट्वीट को शेयर करते हुए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत तंज कसा, ''मेरे मित्र बराक अब हुसैन ओबामा हो गए! वास्तव में हिमंत ने उसका उत्तर दिया है जो पीएम मोदी से व्हाइट हाउस में पूछा गया था. उनका इशारा- राष्ट्रपति ओबामा के एक मुस्लिम होने पर और भारतीय मुसलमानों को एक पाठ पढ़ाए जाने की जरूरत के बारे में- प्रश्न का आधार था. इस पर प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय और भारत सरकार का क्या रुख है?''






प्रधानमंत्री मोदी से पूछा गया था सवाल


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद साझा प्रेस में पीएम मोदी से एक पत्रकार ने भारत में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के बारे में सवाल पूछा था. जिस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया कि लोकतंत्र को हम जीते हैं. भारत के संविधान, सरकार और हमने साबित किया है कि लोकतंत्र से काम होता है. इसका मतलब है कि भारत में जाति, पंथ, धर्म और किसी तरह के भेदभाव की जगह नहीं है.


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