Karnataka: कांग्रेस ने गोहत्या पर प्रतिबंध हटाने से संबंधित बयान देने वाले कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश को फटकार लगाते हुए कहा है कि वह अपने विभाग पर ध्यान दें और नीतिगत फैसला नहीं करें. 


पार्टी महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार (8 जून) को यह जानकारी दी. सुरजेवाला ने बताया कि उन्होंने वेंकटेश से कहा है कि वह नीतिगत फैसले नहीं करें, क्योंकि यह उनके अधिकारक्षेत्र की बात नहीं है. सुरजेवाला ने मंत्री के. वेंकटेश से कहा है कि वह डेयरी किसानों के मामलों पर ध्यान केंद्रित करें और यह सुनिश्चित करें कि डेयरी किसानों को दूध की सही कीमत मिले.


बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी नेता और केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने मंगलवार (6 जून) को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए.  उन्होंने खरगे और सोनिया गांधी से इस मुद्दे पर पार्टी का रुख स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा, ‘‘क्या वे (कांग्रेस) चाहते हैं कि उनकी सरकार अपना कार्यकाल गोहत्या से शुरू करे.’’ 


के. वेंकटेश ने क्या कहा था? 
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश ने शनिवार (3 जून) को संकेत दिया था कि राज्य में कांग्रेस की नवगठित सरकार पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के लाये गये ‘गोहत्या रोधी’ कानून की समीक्षा कर सकती है. साथ ही, उन्होंने सवाल किया था कि जब भैंसों का वध किया जा सकता है तो गायों का क्यों नहीं.


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, के वेंकटेश के बयान के बारे में जब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि मंत्रिमंडल इस मामले पर चर्चा करेगा. बता दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक की 224 सीटों में से 135 पर जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी. 


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