Congress Presidential Election: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर (Congress Presidential Candidate Shashi Tharoor) शुक्रवार को विवादों में आ गए क्योंकि चुनाव के लिए उनके द्वारा साझा किए गए घोषणा पत्र में "भारत का गलत नक्शा" (Distorted Map of India) दिखाया गया. उनके द्वारा साझा किए गए नक्शे में जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) और लद्दाख के कुछ हिस्सों को छोड़ दिया गया था. देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल थरूर द्वारा भारत के गलत नक्शे को दिखाने के बाद की गई नासमझी से विवाद हुआ तो थरूर ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इसे भारत के सही नक्शे के साथ बदलकर गलती को सुधार लिया.


ट्रोल होने पर थरूर ने मांगी माफी, बोले-गलती हो जाती है


शशि थरूर की गलती पर सोशल मीडिया में लोगों ने उन्हें ट्रोल किया जिसके बाद उन्होंने ट्वीट किया-" कोई भी जानबूझकर ऐसी चीजें नहीं करता है. स्वयंसेवकों की एक छोटी टीम ने गलती की और हमने इसे तुरंत ठीक कर दिया. इस त्रुटि के लिए मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं.






 


बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब लोकसभा सांसद ने भारत का विकृत नक्शा साझा किया. इससे पहले 2019 में थरूर ने ट्विटर पर भारत का 'विकृत' नक्शा साझा किया था. कांग्रेस नेता द्वारा साझा किए गए नक्शे से देश का सबसे उत्तरी क्षेत्र उस वक्त गायब था. उस वक्त भी उनके द्वारा साझा किए गए नक्शे को लेकर हंगामा हुआ था.


इसके बाद, दिसंबर 2019 में, उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ केरल कांग्रेस के विरोध के बारे में एक पुस्तिका का कवर साझा किया. बाद में उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर दिया और अपनी गलती को सुधार लिया.


कांग्रेस को आज एक बेहतर नेतृत्व की है जरूरत


थरूर ने नामांकन के बाद घोषणापत्र जारी किया है जिसमें बताया गया है कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो विकेंद्रीकरण और आंतरिक पुनर्गठन के माध्यम से पार्टी को फिर से जीवंत करना चाहेंगे.


शशि थरूर ने कहा है कि न केवल शीर्ष स्तर पर बल्कि हर स्तर पर, हर पार्टी को बेहतर नेतृत्व की आवश्यकता होती है. कांग्रेस को पीसीसी अध्यक्षों को वास्तविक अधिकार देकर सभी राज्यों में पार्टी को सशक्त बनाना चाहिए, सत्ता का विकेंद्रीकरण करना चाहिए और पार्टी के जमीनी पदाधिकारियों को सही मायने में सशक्त बनाना चाहिए.


हम अपनी पार्टी के लिए और भाजपा के केंद्रीकरण के लिए एक विश्वसनीय विकल्प प्रदान करना चाहते हैं. संगठन की फिर से कल्पना करना, राज्य, जिला और ब्लॉक नेताओं को अधिकार सौंपना और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाना न केवल नए नेता को मजबूत करेगा बल्कि हर राज्य के नेतृत्व को मजबूती प्रदान करेगा. 


थरूर ने अपने घोषणा पत्र में किए हैं ये वादे


थरूर ने जो घोषणा पत्र साझा किया है उसमें उन्होंने युवाओं पर फोकस बढ़ाने और पार्टी में महिलाओं को बड़ी भूमिका देने का वादा किया है "लड़की वरदान, बालक शक्ति हैं" सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कांग्रेस में महिलाओं के नेतृत्व का समर्थन किया है. पीसीसी में और चुनावी मैदान में महिलाओं की बड़ी भागीदारी की बात कही है. इसके साथ ही कहा गया है कि पार्टी महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने के लिए काम करेगी. इन प्रयासों में, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की भूमिका और क्षमता को मजबूत किया जाएगा."


थरूर ने दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल किया. इससे पहले वह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट गए थे.


थरूर बोले-"हम हर पांच साल में चुनाव जीतने की मशीन नहीं'


थरूर ने कहा, "कांग्रेस में विकेंद्रीकरण की जरूरत है. हम हर पांच साल में चुनाव जीतने के लिए चुनावी मशीन नहीं हैं. हमें भारत के लोगों की सेवा करनी चाहिए."
उन्होंने कहा कि घोषणापत्र में हमने कहा है कि " पार्टी के संगठन को विकेंद्रीकृत करने के लिए हम कैसे पार्टी को फिर से जीवंत करने कर सकते  हैं, इस पर विचार करना होगा."
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "मैं उन करोड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं का आभारी हूं, जिन्होंने अच्छे और बुरे समय में पार्टी को आगे बढ़ाया है और जो एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में एक नए, गतिशीलता और ऊर्जा की उम्मीद कर रहे हैं. हमें खुशी है कि हमारे पास कश्मीर, केरल और पंजाब से नागालैंड तक पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद हैं."


थरूर का खड़गे से है मुकाबला, दिग्विजय-गहलोत हुए बाहर

पार्टी अध्यक्ष पद के लिए थरूर का अपनी ही पार्टी के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से मुकाबला है. इसके अलावा झारखंड कांग्रेस नेता केएन त्रिपाठी ने भी अपना नामांकन दाखिल किया है.


इससे पहले दिग्विजय सिंह और अशोक गहलोत ने कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज सुबह खड़गे के आवास जाकर उनसे मुलाकात की और फिर संवाददाताओं से कहा, "मैंने उनसे कहा कि मैं उनके साथ खड़ा हूं और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकता, मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा."


बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन आज दोपहर तीन बजे बंद हो गए और परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.


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