Congress On Caste Census: संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार से शुरू होने वाला है. इसको लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनाई है. पार्टी ने तय किया है कि वो संसद सत्र को बाधित नहीं करेगी. इसी बारे में जयराम रमेश ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस मुख्य रूप से तीन मुद्दों को उठाएगी. इसको लेकर पार्टी में विचार विमर्श हुआ है.


जयराम रमेश ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि बुधवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में कांग्रेस प्रमुख रूप से भारत-चीन सीमा विवाद, देश में संवैधानिक और स्वतंत्र संस्थानों के कामगाज में हस्तक्षेप और महंगाई के मामलों पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाल केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश करेगी.


उन्होंने बताया कि शनिवार, 3 दिसंबर 2022 को हुई बैठक में बेरोजगारी के मुद्दे के साथ-साथ किसानों के लिए एमएसपी गारंटी, मूल्य वृद्धि, मुद्रास्फीति, साइबर अपराध, न्यायपालिका और केंद्र के बीच तनाव, रुपये का कमजोर होना, उत्तर भारत में कम निर्यात और वायु प्रदूषण सहित अन्य मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ.






जातिगत जनगणना पर कांग्रेस


कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जातिगत जनगणना के पक्ष में है और इसे कराना जरूरी है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि EWS आरक्षण पर भी बातचीत हुई थी, चूंकि सुप्रीम कोर्ट के तीन न्यायाधीश इसके संशोधन पर सहमत हुए हैं और दो ने इस पर सवाल उठाए हैं, तो कांग्रेस इस पर विचार करेगी और संसद में इसको लेकर बहस करना चाहेगी.





संसद का शीतकालीन सत्र


दरअसल, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनावों के मद्देनजर संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत देरी से हो रही है. इस बार ये सत्र पुरानी संसद में ही होगा. इससे पहले सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि इस बार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह सहित पार्टी के अन्य नेता भारत जोड़ो यात्रा के चलते शीतकालीन सत्र से दूर रह सकते हैं लेकिन अब कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वो इस सत्र को बाधित नहीं करेगी.


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