G-23 गुट के नेताओं के तेवरों को गर्म होता देख कांग्रेस नेतृत्व को एक बार फिर उनसे संपर्क साधना पड़ा है. ABP News को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह राहुल गांधी ने G-23 के सदस्य भूपिंदर सिंह हुड्डा से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को राहुल गांधी से मिलने के लिए उन्हें मनाने की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसके बाद ही भूपिंदर सिंह हुड्डा राहुल गांधी से मिले.


सूत्रों के मुताबिक़, हुड्डा के अलावा पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता भी मध्यस्थता में भूमिका निभा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से हुड्डा के माध्यम से G-23 नेताओं को ये प्रस्ताव भिजवाया गया है कि उन्हें पार्टी की सेन्ट्रल इलेक्शन कमेटी और संगठनात्मक बदलाव संबंधित कमेटियों में शामिल किया जाएगा और साथ ही ये मांग भी की गई है कि G-23 के नेता कांग्रेस नेतृत्व और गांधी परिवार के खिलाफ औपचारिक बयानबाज़ी ना करें. 


जी-23 नेताओं से मिल सकते हैं सोनिया और राहुल


देर शाम गुलाम नबी आज़ाद के घर पर कपिल सिब्बल और भूपिंदर सिंह हुड्डा की इसी प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इसके बाद G-23 के सूत्रों ने कहा कि प्रस्ताव फिलहाल स्पष्ट नहीं है. इस बीच सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व के इस प्रस्ताव पर विचार करने को G-23 नेताओं की और बैठक हो सकती है.


सूत्रों की मानें तो अपने इन प्रस्तावों को लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी G-23 नेताओं से अलग-अलग मिल सकते हैं. हालांकि गुलाम नबी आज़ाद की सोनिया गांधी से मुलाकात का अभी कोई वक्त तय नहीं हुआ है.


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