Congress On Target Killings In Kashmir: कांग्रेस नेता विवेक तन्खा (Vivek Tankha) शुक्रवार को मध्य प्रदेश से निर्विरोध राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं. विवेक तन्खा ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कश्मीर (Kashmir) मुद्दे पर पीसी कर सरकार से कई सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि सरकार को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि अब कश्मीर में कोई हत्या (Kashmir Target Killing) नहीं होनी चाहिए और सभी को सुरक्षित महसूस होना चाहिए.


उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर में सरकारी कार्यालय सुरक्षित नहीं हैं और आतंकवादी अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि घाटी छोड़ने वाले लोगों की जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे डरावनी हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं भी कश्मीरी पंडित हूं, कई साल पहले मध्य प्रदेश चले गए थे, लेकिन कश्मीर से कभी नाता नहीं टूटा. कभी कोई विपदा आई तो मैं वहां गया हूं. हम प्रोपेगेंडा में विश्वास नहीं करते, ना इस तरह के काम करते हैं. 


सरकार को अपनी नीति बनानी चाहिए


उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की टारगेट किलिंग से परेशान केंद्र शासित प्रदेश में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार को अपनी नीति बनानी चाहिए. कश्मीर के लोगों के प्रति अधिक संवेदनशीलता की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रचार के माध्यम से वहां सामान्य स्थिति और शांति नहीं लाई जा सकती है. सरकारी कार्यालयों में लोगों की हत्या की जा रही है, सरकारी कार्यालय भी सुरक्षित नहीं हैं. कृपया उन्हें (पंडितों और बाहरी लोगों को) तुरंत सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं और उनके आसपास सुरक्षा व्यवस्था करें.


कश्मीर को स्टेटहुड वापस दीजिए


उन्होंने कहा कि जब मैं कश्मीर गया था, तो हर कम्युनिटी के लोगों ने बताया कि कश्मीर के लोगों को ठेका नहीं मिल रहा है. बाहर के लोगों को मिल रहा है. कश्मीर को स्टेटहुड वापस दीजिए, लोगों का 50% कॉन्फिडेंस वापस आएगा. लोग जो वहां डिमांड कर रहे हैं. इसके बाद वहां चुनाव करवाइए. कश्मीर के बजट पर हम चर्चा कर रहे जबकि ये काम कश्मीरियों का है. 


प्रोपेगेंडा से कश्मीर ठीक नहीं होगा


विवेक तन्खा (Vivek Tankha) ने बीजेपी (BJP) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने सोचा की प्रोपेगेंडा से कश्मीर ठीक कर देंगे, अगर ऐसा होता तो हिटलर दुनिया जीत लेता. आज कश्मीर में टारगेट किलिंग (Kashmir Target Killing) हो रही है. हजारों लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है, सरकार की है ना. ऐसी परिस्थिति वहां क्यों बनी, 30 साल बाद ऐसी परिस्थिति नहीं होनी चाहिए थी. अब आप ये नहीं कह सकते क 1950, या उसके बाद क्या हुआ. अब देश आपसे पूछना चाहता है कि आप क्या कर रहे हैं. कश्मीर हमारा हिस्सा है, कोई हमसे ले नहीं सकता है. केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि वो हर जरूरी कदम उठाएं, दूसरी पार्टी को कॉन्फिडेंस में लीजिए. 


कश्मीर में बढ़ रही टारगेट किलिंग


बता दें कि, जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के कुलगाम (Kulgam) जिले में गुरुवार को एक आतंकी (Terrorist) ने बैंक में घुसकर राजस्थान से नाता रखने वाले बैंक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. पिछले एक महीने में टारगेट किलिंग का ये आठवां मामला है. आंतकवादियों ने तीन दिन पहले 31 मई को भी जम्मू के सांबा जिले की हिंदू शिक्षिका रजनी बाला (Kashmir Teacher Killing) की कुलगाम जिले (Kulgam) के गोपालपुर में गोली मारकर हत्या कर दी थी.


ये भी पढ़ें- 


Target Killing: माहौल ख़राब करने की हो रही कोशिश, अल्पसंख्यक कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा 


Rajya Sabha Election 2022: कपिल सिब्बल और जयंत चौधरी सहित यूपी से राज्यसभा के सभी 11 सदस्य निर्विरोध निर्वाचित