नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर विपक्षी दलों को खत्म करने का प्रयास करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित विपक्षी नेताओं पर केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा डाले जा रहे छापों के लिए केन्द्र को आड़े हाथ लिया.
‘जियो और जीनो दो’ के विचार में विश्वास नहीं रखती एनडीए सरकार
कांग्रेस के महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बीजेपी नीत एनडीए सरकार ‘‘जियो और जीनो दो’’ के विचार में विश्वास नहीं रखती. उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और आयकर अधिकारियों द्वारा विपक्षी नेताओं पर डाले जाने वाले छापों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार जियो और जीनो दो में विश्वास नहीं करती. यह सभी राजनीतिक दलों को वित्तीय, राजनीतिक रूप से हतोत्साहित करने में विश्वास करती है. सत्तारूढ़ दल द्वारा विपक्ष को खत्म करने का चलन अभूतपूर्व है.’’
...ताकि विपक्षी दलों को नहीं मिले मीडिया में कवरेज और चंदा
आजाद ने दावा किया कि सरकार कथित तौर पर यह चाहती है कि विपक्षी दलों को मीडिया में कवरेज और चंदा नहीं मिले ताकि वे चुनाव नहीं लड़ सकें. ‘‘यदि कोई चंदा देता है (विपक्ष को) तो वे (सरकार) चंदा देने वाले पर छापा मार देती है.’’
मौजूदा और पूर्व केन्द्र सरकारों की तुलना करते हुए उन्होंने दावा कि सत्ता में रहने पर कांग्रेस ने किसी राजनीतिक नेता या मुख्यमंत्री को निशाना नहीं बनाया, जैसा कि अब हो रहा है. आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद का संकेत हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की ओर भी था जिनके विरूद्ध प्रवर्तन निदेशालय ने हाल में संपत्ति कुर्क करने का नोटिस जारी किया था.