कोलकाता: इस साल देश के सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट आईएसएल में ईस्ट बंगाल का खेलना तय नही था. इसकी वजह ये थी कि क्लब के पास स्पॉन्सर नहीं था. क्लब को लगभग 40 करोड़ रुपये की ज़रूरत थी. आईएसएल में कौन सी 10 क्लब खेलने वाली हैं, ये भी तय हो चुका था.


क्लब के करोड़ों फैंस निराश हो चुके थे कि इस साल आईएसएल में ईस्ट बंगाल की टीम नहीं खेल पाएगी. हालांकि ईस्ट बंगाल की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी मोहन बागान को आईएसएल में पहले ही एंट्री मिल चुकी थी.


ऐसी स्थिति में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीता अंबानी और आईएसएल के अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू की. अब आज क्लब को श्री सीमेंट कंपनी के रूप में नया स्पॉन्सर और निवेशकारी मिल गया. अब ईस्ट बंगाल का आईएसएल में खेलना लगभग तय है.


ममता बनर्जी ने कहा, "फुटबॉल के बिना पश्चिम बंगाल अधूरा है. हम लोग सभी क्लब्स को पसंद करते हैं और चाहते हैं कि ईस्ट बंगाल आईएसएल में खेले."


ईस्ट बंगाल क्लब के करोड़ों फैंस दुनियाभर में हैं. राजनीति के जानकारों का मानना है कि ऐसे में क्लब के समर्थक जब टेंशन में थे, उसी समय ममता बनर्जी की इस इंजरी टाइम गोल से अगले साल बंगाल चुनाव में उनको बहुत मदद मिल सकती है.


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