नई दिल्ली: पैंगोंग-त्सो लेक के दक्षिण में एलएसी पर भारत को सामरिक बढ़त दिलाने वाली स्पेशल फ्रंटियर फोर्स यानी एसएफएफ का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एसएफएफ कमांडोज़ को 'विकासी' बताया गया है. एबीपी न्यूज के पास ये एक्सक्लुजिव वीडियो है, जिसमें पहली बार एसएफएफ कमांडोज़ की ट्रेनिंग दिखाई पड़ रही है. वीडियो के बैकग्राउंड में एक गाना भी चल रहा है, जिसमें चीन को नाको चने चबाने का जिक्र है.


पहली बार देश की सीक्रेट क्रैट यूनिट, एसएफएफ का एक वीडियो सामने आया है. हालांकि, ये कोई आधिकारिक वीडियो नहीं है, लेकिन इसमें पहली बार एसएफएफ यानी विकास रेजीमेंट की ट्रेनिंग भी दिखाई पड़ रही है. ट्रेनिंग में पैरा-जंप, बर्फ पर पैट्रोलिंग इत्यादि दिखाई पड़ रही है.


वीडियो के बैकग्राउंड में 'हम है विकासी...' गाना चल रहा है. दरअसल, एसएफएफ को विकास-रेजीमेंट के नाम से भी जाना जाता है इसीलिए इस फोर्स के कमांडोज़ खुद को 'विकासी' बताते हैं. गाने के लाइन में कहा गया है कि चीन ने उन्हें उनके देश, तिब्बत से निकाल दिया है. लेकिन भारत ने उनका साथ दिया है. चीन से एसएफएफ कमांडोज़ ने बदला लेने के लहजे में नाकों चने चबाने की पंक्तियां लिखी हैं.



आपको बता दें कि एसएफएफ में अमूमन तिब्बत मूल के ही सैनिक होते हैं. इनकी भर्ती सीधे तिब्बत से या फिर भूटान, नेपाल और भारत में रह रहे तिब्बती शरणार्थियों के बीच से ही की जाती है.


वीडियो में हाल ही में पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर वीरगति को प्राप्त हुए एसएफएफ के एक अफसर की अंतिम-यात्रा भी दिखाई गई है. बहादुर सैनिक के पार्थिव शरीर पर तिरंगा और तिब्बत का झंडा दिखाई पड़ रहा है. जो एसएफएफ के कमांडोज़ की भारत और तिब्बत दोनों के प्रति वफादारी और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है. इस सैनिक की मौत एलएसी पर पैट्रोलिंग के दौरान एक लैंडमाइन की चपेट में आने के चलती हो गई थी. इस घटना में एक सैनिक घायल भी हो गया था.


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