भारत के चीफ जस्टिस (CJI) बीआर गवई की मां कमलताई गवई ने महाराष्ट्र के अमरावती में 5 अक्टूबर को होने वाले विजयादशमी समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आरएसएस का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. इस बीच चीफ जस्टिस के भाई डॉ. राजेंद्र गवई ने कहा कि राजनीति और व्यक्तिगत संबंध अलग होते हैं.

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CJI की मां ने RSS का निमंत्रण स्वीकार किया

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सीजेआई के भाई डॉ राजेंद्र गवई ने कहा, "मेरी मां को 5 अक्टूबर को अमरावती में आयोजित होने वाले आरएसएस के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है. उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. 5 तारीख को होने वाला यह कार्यक्रम मुख्य कार्यक्रम नहीं है. मुख्य विजयादशमी कार्यक्रम 2 अक्टूबर को नागपुर में आयोजित किया जा रहा है."

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'हम विचारधारा को नहीं छोड़ते'

डॉ राजेंद्र गवई ने कहा, "व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंध अलग-अलग होते हैं. हम किसी भी मामले में अपनी विचारधारा को पीछे नहीं छोड़ते हैं. हमारी विचारधारा मजबूत है." रविवार (5 सितंबर 2025) को आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम आरएसएस के शताब्दी समारोह का हिस्सा है, जो 1925 में केबी हेडगेवार की ओर से नागपुर में इसकी स्थापना के बाद से संगठन के 100 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है.

आधिकारिक निमंत्रण में चीफ गेस्ट के रूप में सीजेआई की मां का नाम लिस्टेड है. वह पूर्व राज्यपाल और विदर्भ में रिपब्लिकन एवं आंबेडकरवादी आंदोलन के वरिष्ठ नेता दिवंगत आर.एस. गवई की पत्नी हैं. आर.एस. गवई ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक समिति, दीक्षाभूमि के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया. राजेंद्र गवई वर्तमान में इस समिति के सदस्य हैं

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी बुधवार (1 अक्टूबर 2025) को संगठन के शताब्दी वर्ष समारोह की पूर्व संध्या पर आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की उपस्थिति में स्मारक डाक टिकट और सक्का जारी करेंगे.

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