नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच पिछले आठ महीनों से सीमा पर विवाद चल रहा है. चीन भारत की सीमा में लगातार घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है. इसी क्रम में चीन ने लाइन ऑफ एक्चुएल कंट्रोल (LAC) पर हजारों की संख्या में हथियार बंद सेना तैनात की है. चीन ने सीमा पर इतनी संख्या में सेना तैनात करने की पांच अलग-अलग तरह की सफाई दी हैं.


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि एलएसी पर सेना तैनाती को लेकर चीन ने भारत को पांच अलग-अलग सफाई दी हैं. उन्होंने कहा कि चीन की तरफ से द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन करने की वजह से दोनों देश एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि इस साल जून में हुए गलवान झगड़े में 20 भारतीय जवान शहीद हुए हैं, जिसने पूरे देश की भावनाओं को बदल दिया है.


एलएसी पर तैनात किए हजारों सैनिक


ऑस्ट्रेलियन थिंक टैंक लोय इंस्टिट्यूट के साथ ऑनलाइन संवाद के दौरान एस जयशंकर ने कहा, "चीन के साथ हमारे संबंधों में हम यकीनन सबसे मुश्किल दौर में हैं, निश्चित तौर पर पिछले 30-40 साल या उससे भी अधिक. लद्दाख में एलएसी पर चीन वास्तव में हजारों सैनिकों को पूरी सैन्य तैयारी के साथ ले आए. स्वभाविक है कि इसका संबंधों पर बहुत बुरा असर होगा.


30 साल के द्वीपक्षीय संबंधों पर असर


एस जयशंकर ने आगे कहा, "दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए हैं, क्योंकि पिछले 30 सालों में द्वीपक्षीय संबंधों में काफी सकारात्मक बदलाव हुए हैं, जिनमें चीन का भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर बनना और पर्यटन शामिल है. ये दोनों ट्रेड पार्टनरशिप इस बात पर निर्भर थी कि दोनों पक्ष सीमा विवाद को सुलझाते हुए बॉर्डर पर शांति बनाए रखेंगे. लेकिन अब चीन अशांति फैला रहा है."


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