UP-Bihar Chhath Pooja: द‍िवाली के बाद लोग छठ पूजा का त्‍योहार मनाने के लिए अपने घरों को लौट रहे हैं. ऐसे में तमाम रेलवे स्‍टेशनों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है. मुंबई में रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में जगह पाने को लोगों को धक्का-मुक्की करते हुए देखा जा सकता है.


हालांकि, ट्रेन में जगह नहीं मिलने पर लोग बड़ी संख्या में बस की तरफ भी रूख कर रहे हैं. इसके चलते बस संचालकों ने किराया बढ़ा द‍िया है. बढ़ते किराए की वजह से कई लोग  घर जाने के अपने प्लान को कैंसल कर रहे हैं. छठ पूजा पर घर जाने वाले लोगों की स्‍थ‍िति का पता लगाने के लिए एबीपी न्‍यूज ने ग्राउंड पर जाकर इसकी हकीकत जानने की कोश‍िश की.


मुंबई के बोरीवली इलाके में कई टूर एंड ट्रेवल्स की दुकानों पर यूपी बिहार जाने वालों से दोगुना किराया वसूला जा रहा है. गोरखपुर के ल‍िए 5,000 रुपये देकर टिकट खरीदने वाले लक्ष्मण जैसवाल ने बताया क‍ि आमतौर पर किराया 2,000 से 2,500 रुपए के बीच ही होता है, लेकिन अब दाम दुगने हो चुके हैं. वह अपने परिवार के साथ शाम की बस से घर जाएंगे. 


इसी इलाके में इंक्वायरी के लिए ट्रेवल्स की दुकान पर आए लोगों ने एबीपी न्यूज को बताया कि ट्रेन में टिकट मिलना मुश्किल है, बैठने के लिए जगह भी नहीं मिलती है. इसीलिए बस से सफर करने के ल‍िए ट‍िकट आद‍ि का पता करने के ल‍िए आए हैं, लेकिन बस का क‍िराया 5 से 6 हजार रुपये बता रहे हैं.


लोगों ने कहा कि इतने भारी भरकम दाम पर ट‍िकट खरीदकर कैसे कोई आम आदमी अपने पूरे परिवार के साथ घर जाएगा. बता दें बस के जर‍िए मुंबई से इंदौर और फिर वहां से गोरखपुर के लिए बस पकड़नी होती है. इंदौर से गोरखपुर के ल‍िए बस में करीब 8 घंटे का समय लगता है. 


टि‍कट के दाम सुनकर कई लोग चले जाते हैं वापस  
ट्रेनों में मारामारी और भारी भीड़ के मद्देनजर बसों के एकाएक बढ़े दामों को सुनकर कई लोग बिना टिकट बुक कराए वापस लौटने को मजबूर नजर आए. प्रमोद कुमार जो बिहार के मुजफ्फरनगर जाना चाहते थे, उन्होंने बताया क‍ि ट्रेन में टिकट नहीं मिलने के कारण बस का दाम पूछने आए थे.


उन्होंने कहा कि बस का क‍िराया 6,000 बताया जा रहा है जोक‍ि पहले 2,000 से 3,000 रुपए तक था. हम गरीब लोग इतने महंगे ट‍िकट पर नहीं जा सकते. इसीलिए अब छठ पूजा के बाद घर जाने का प्‍लान बनाना होगा. 


वहीं, गोरखपुर जाने वाले पिंटो कुमार ने बताया क‍ि परिवार के साथ छठ पूजा के लिए जाना था, लेकिन मौका नहीं मिल रहा. इसीलिए अब छठ के बाद जाएंगे. सरकार से निवेदन क‍ि गरीब लोगों के लिए ट्रेनों की सुविधा और बढ़ाई जाए और किराया आद‍ि को थोड़ा सस्‍ता किया जाए.   


बढ़े दामों पर ट्रैवल कंपनी के माल‍िकों ने बताई खास वजह 
इस दौरान प्राइवेट ट्रैवल कंपनी के मालिकों ने बताया क‍ि सीजन का समय है. इसलिए टिकट के दाम दोगने हो चुके हैं, लेकिन लोगों को निराश नहीं होना पड़ रहा है. उन्‍होंने कहा कि जो लोग पैसे दे रहे हैं, उनको अच्छे से उनकी मंजिल तक पहुंचाया जा रहा हैं. इतने दाम के पीछे की खास वजह यह है क‍ि दो गाड़ियां बदलनी पड़ती हैं.


उन्होंने कहा कि कई टोल का टैक्स भरना पड़ता है और डीजल का दाम अलग हैं. द‍िनभर में 100 से 150 इंक्वायरी आती हैं, लेकिन कई लोग दाम सुनकर वापस लौट जाते हैं. 


यह भी पढ़ें: Chhath Pooja 2023: अक्षरा सिंह से लेकर रानी चटर्जी तक, छठ पूजा धूमधाम से सेलिब्रेट करती हैं ये भोजपुरी अभिनेत्रियां