WFI President Suspended: केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ की नई संस्था की मान्यता रद्द कर दी गई है. मंत्रालय ने इसकी वजह राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित करने के पीछे की गई 'जल्दबाजी' को बताया है. खेल मंत्रालय ने बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी और भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह को भी बर्खास्त कर दिया है.


संजय सिंह गुट का दावा है कि साल 2023 के खत्म होने में महज 8 दिन बाकी हैं. अगर ये "अंडर 15 और अंडर 20 रेसलिंग नेशनलस" इस साल आयोजित नहीं होता और इस साल के खत्म होने के साथ ही कई पहलवानों की उम्र खत्म हो जाती और इसके बाद वह इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाते तो उनका भविष्य खराब हो जाता. ऐसे में कुश्ती की भलाई के लिए और युवा पहलवानों का भविष्य बर्बाद न हो इसलिए जल्दी फैसला लिया गया. अगर नए पदाधिकारी ये त्वरित फैसला ना लेते तो कई युवा पहलवान 11 महीनों से रुकी पड़ी सभी गतिविधियों की वजह से इसमें भाग नहीं ले पाते. 


चूंकि नंदनीनगर गोंडा में स्टेडियम और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है, इसलिए ही इतनी जल्दी में वहां पर इतना बड़ा आयोजन कराना WFI के लिए मुमकिन था. सूत्रों की मानें तो खेल मंत्रालय की तरफ से सभी गतिविधियों पर रोक लगाने के पीछे जो वजह बताई गई है, उसके लिए भी नए पदाधिकारियों के पास जवाब तैयार है.


संजय सिंह ने क्या कहा?


संजय सिंह ने भी निलंबन को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "हमारा कोई फैसला नियम के खिलाफ नहीं है. अभी मुझे डिटेल पता नहीं है. पहले लेटर देख लेते हैं. उसके बाद बताते हैं. हमारे सुनने में आया है कि गतिविधि पर रोक लगाया गया है."


संजय सिंह बोले, "मैं फ्लाइट में था. मुझे अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है. पहले मुझे चिट्ठी देखने दीजिए, उसके बाद ही मैं टिप्पणी करूंगा."






गीता फोगाट का बयान?


बीजेपी नेता गीता फोगाट ने नए निकाय को बर्खास्त किए जाने के बाद एक्स पर लिखा, "खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित किया. भले ही देर से पर एक उम्मीद की किरण ज़रूर जागी है की पहलवानों को इंसाफ मिलेगा.






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