Health Ministers Meeting: देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया एक उच्चस्तरीय बैठक लेने जा रहे हैं. इसमें सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री शामिल होंगे. इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री देश में कोरोना के खिलाफ तैयारियों की समीक्षा करेंगे.


देश भर में गुरुवार (6 अप्रैल) को 5335 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए हैं जो पिछले छह महीने में सबसे ज्यादा है. बीते सितंबर के बाद पहली बार कोविड-19 के मामले 5 हजार के पार पहुंचे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, नए मामलों में तेजी के साथ ही देश में सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ़कर 25,587 हो गई है. 


कोरोना के चलते दिल्ली और मुंबई में हाई अलर्ट जारी किया गया है. लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी गई है. दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में 2.3 गुना का उछाल दर्ज किया गया है. देश की राजधानी में बीते सात दिनों (30 मार्च-7 अप्रैल) के दौरान 2703 कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए. इससे पहले के 7 दिनों में यह आंकड़ा 1190 था. 


केरल पहले नंबर पर


देश में कोरोना संक्रमण के मामले में केरल पहले नंबर पर है, यहां गुरुवार को 1912 नए केस दर्ज किए गए. केरल के साथ ही दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और यूपी में भी कोविड केस में तेजी देखी गई है.


हालांकि, इस बीच राहत की बात ये है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है. 


चौथी लहर की संभावना नहीं


एक्सपर्ट की मानें तो कोरोना की वर्तमान उछाल को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. एक्सपर्ट ने यह भी कहा है कि यह उछाल हल्की है और कुछ दिनों में समाप्त हो सकती है. साथ ही इसके चलते चौथी लहर जैसी संभावना भी नहीं है. 


एक्सपर्ट के अनुसार, अगले 15-20 दिनों में कोरोना मामलों में उछाल सर्वोच्च स्तर पर पहुंच सकती है. इसके बाद यह नीचे की तरफ आएगी.


यह भी पढ़ें


नहीं आएगी चौथी लहर? इस तारीख से कम हो जाएंगे कोरोना केस! बढ़ते मामलों के बीच एक्सपर्ट का चौंकाने वाला दावा