मुंबई: बीएमसी यानी बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव में वोटों की गिनती पूरी हो गई है. सभी 227 सीटों के नतीजे आ चुके हैं.शिवसेना को 84, बीजेपी को 82, कांग्रेस को 31, एनसीपी को 9, एमएनएस को 7 और अन्य को 14 सीटें मिली हैं. बीजेपी को एक सीट लॉटरी के जरिए मिली.


बीएमसी में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. इन नतीजों में कांग्रेस, एनसीपी और एमएनएस के लिए बुरी खबर है. 227 सदस्यीय बीएमसी चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान हुआ था. मुंबई के अलावा नौ अन्य महानगरपालिकाओं में भी चुनाव हुए थे.


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  • शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ''मुंबई में मेयर शिवसेना की ही होगा. हम सबसे बड़ी पार्टी हैं. शिवसेना मुंबई में नंबर एक की पार्टी है. कुछ सीट हम थोड़े अंतर से हारे है. विधानभा चुनाव से ही ऐेसे नतीजे आ रहे हैं. शिवसैनिकों की की मेहनत और जनता के आशीर्वाद से ऐसा परिणाम आया.''

  • उन्होंने कहा, ”मुंबई महानगरपालिका में बीजेपी के पार्दर्शिता के एजेंडे को जनता ने अभूतपूर्व समर्थन दिया है. लगभग बीस सीटें ऐसी हैं जिन पर बहुत कम अंतर से बीजेपी हारी है. हमारे पार्दर्शिता के एजेंडे को आगे ले जाने के लिए जनता ने आशीर्वाद दिया है.”

  • देवेंद्र फडणवीस ने जीते के लिए सभी कार्यतर्ताओं और पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा, “पूरे देश में प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरीके से काम किया और जिस तरीके से सभी जगहों से समर्थन हासिल हो रहा है, उससे यह विजय अभूतपूर्व है. नतीजों से साफ हो गया कि देश में मोदी लहर बरकरार है.”

  • जीत के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गठबंधन के सवाल पर कहा, ”हम लोगों के फैसले का सम्मान करते हैं. बीएमसी में गठबंधन ता फैसला हमारी कोर कमेटी करेगी.”

  • महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे ने जिला परिषद में हार को लेकर कहा कि वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगी. दरअसल पर्ली में जिला परिषद की 6 सीटों पर बीजेपी को हार का मुंह देखने को मिला. इस्तीफे की पेशकश करते हुए पंकजा ने कहा, "मैं मतदाताओं के फैसले का सम्मान करती हूं लेकिन ये नहीं समझ पा रही हूं कि किस तरह की राजनीति की जाए. विकास की राजनीति की जाए या गुंडागर्दी की राजनीति की जाए.''

  • मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेल्लार ने दावा किया है कि उनके पास 81 सीटों के अलावा चार निर्दलीय विधायकों का भी साथ है.

  • BMC की 227 में से 225 सीटों के नतीजे सामने आ चुके हैं. शिवसेना को 84, बीजेपी को 81, कांग्रेस को 31, एनसीपी को 9, एमएनएस को 7 और अन्य को 14 सीटें मिली हैं. दो सीटों पर अभी गिनती जारी है. बीएमसी में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है.

  • अब तक शिवसेना 93, बीजेपी 73, कांग्रेस 22, एनसीपी 7, एमएनएस 10 और अन्य 7 सीटों पर नतीजों और रुझान में आगे हैं.

  • कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा की पेशकश कर दी है. संजय निरूपम ने पार्टी के अंदर गुटबाजी का भी आरोप लगाया है.


 







  • सोलापुर में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने पांच सीटें जीत ली हैं.

  • बीजेपी सांसद किरीट सोमैया के बेटे नील सोमैया चुनाव जीते. मुलुंड इलाके के सभी 6 सीटों पर बीजेपी की जीत हुई है.



 




  • महाराष्ट्र में 200 सीटों का रूझान आया. मुंबई में शिवसेना 93 और बीजेपी 65, कांग्रेस 22, एनसीपी 6 और मनसे 10 सीट पर आगे है. मुंबई में शिवसेना बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.

  • ठाणे में शिवसेना 28 सीटों पर और बीजेपी 11 सीट पर आगे चल रही है. वहीं एमएनएस 4 और एनसीपी 7 सीट पर आगे है. शिवसेना यहां मुंबई से भी ज्यादा मजबूत मानी जाती है.

  • नागपुर में बीजेपी 44 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं कांग्रेस 14 सीटों पर आगे चल रही है.

  • नासिक में बीजेपी 24 सीटों पर, शिवसेना 13 सीटों पर, कांग्रेस को चार एनसीपी और कांग्रेस को दो-दो सीट और मनसे को एक पर बढ़त हासिल हुई.

  • पुणे में बीजेपी को भारी बढ़त, 61 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं शिवसेना 10, एनसीपी 32, कांग्रेस 12 और मनसे 6 सीटों पर आगे चल रही है.

  • अमरावती में बीजेपी 24 सीटों पर जबकि कांग्रेस 4 सीट पर आगे है. वहीं शिवसेना को 1 सीट मिली हैं.

  • चिंचड़ी पिंपवाड़ में शिवसेना 6, बीजेपी 19 और एनसीपी 15 सीटों पर आगे है.

  • उल्हासनगर में शिवसेना 15 सीटों पर, बीजेपी 21, कांग्रेस 1 और मनसे भी 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.

  • दादर की 6 सीटों पर शिवसेना आगे चल रही है.

  • सोलापुर में शिवसेना 20, बीजेपी 24 और कांग्रेस 6 सीटों पर और एनसीपी 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.

  • अकोला में बीजेपी 28 सीटों पर, कांग्रेस 9 सीटों पर और एनसीपी 3 सीट पर आगे है. वहीं शिवसेना को 4 सीटों पर बढ़त मिली है.


बता दें कि साल 2012 में हुए चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने साथ चुनाव लड़कर बीएमसी की सत्ता हासिल की थी. पिछली बार 227 सीटों में से शिवसेना ने 164 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 सीटें जीती, जबकि बीजेपी ने 63 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 31 सीटें जीती थी.


क्यों अहम है बीएमसी चुनाव




  • मुंबई की बीएमसी देश की सबसे अमीर यानी सबसे ज्यादा बजट वाली महानगरपालिका है, इसका बजट 37 हजार करोड़ रुपये है.

  • 20 साल से बीएमसी पर शिवसेना-बीजेपी गठबंधन का कब्जा था.

  • इस बार गठबंधन टूट गया है और शिवसेना-बीजेपी अलग अलग चुनाव लड़ रही है.

  • बीएमसी चुनाव के लिए 91 लाख 80 हजार वोटर हैं. इस बार 55 फीसद वोटिंग हुई है यानी की करीब 50 लाख 50 हजार लोगों ने वोट किया है.

  • मुंबई में सड़क, पानी और स्कूल बीएमसी के अंदर ही आते हैं.


शिवसेना के लिए BMC चुनाव अहम क्यों ?


शिवसेना के लिए महाराष्ट्र में अस्तित्व की लड़ाई है. इस चुनाव में शिवसेना के हारने का मतलब है महाराष्ट्र की राजनीति में उसकी सबसे बड़ी हार. हारे तो महाराष्ट्र में शिवसेना का दबदबा कम होगा. वहीं, महाराष्ट्र में बीजेपी से खुद को बड़ा दिखाने का आखिरी मौका है.


BJP के लिए BMC चुनाव अहम क्यों ?


नोटबंदी के बाद मुंबई के लोग पहली बार वोट करेंगे. जीते तो नोटबंदी के फैसले को समर्थन का संदेश जाएगा. जीत मिली तो शिवसेना पर राजनीतिक बढ़त भी मिलेगी और महाराष्ट्र की नंबर वन पार्टी का दावा सही होगा.


कांग्रेस के लिए BMC चुनाव अहम क्यों ?


कांग्रेस के लिए ये चुनाव अपनी नाक बचाने का मौका है. बढ़त मिली तो राज्य की राजनीति में दबदबा बढ़ेगा. जनता बताएगी कि वो नोटबंदी के विरोध में उसके साथ है या नहीं. कांग्रेस के लिए सत्ता में वापसी के लिए ये चुनाव जीतना बेहद जरूरी है.


MNS के लिए बीएमसी BMC अहम क्यों ?


राज ठाकरे के पास पार्टी का अस्तित्व बनाए रखने का इकलौता रास्ता है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के लिए करो या मरो की स्थिति है. सीट बढ़ीं तो महाराष्ट्र की राजनीति में राज ठाकरे का कद बढ़ेगा और अगर हार मिली तो राज ठाकरे के राजनीतिक करियर पर सवाल उठने लगेंगे.