कोलकाता: बंगाल में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, नेताओं के जुबानी तीर और धारदार होते जा रहे हैं. पार्टियां एक दूसरे पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती हैं. बंगाल की यह राजनीतिक लड़ाई अब असली रैली बनाम नकली रैली पर आ गई है. कहानी की शुरुआत हुई जब टीएमसी की सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, "18 तारीख को ममता बनर्जी जब नंदीग्राम में जाएंगी तो लोगों के चेहरे और मुस्कान होगी. पैसा देकर भाड़े के लोगों से रैली करना नही पड़ता है हमको."


पिछले कुछ हफ्तों से बीजेपी और टीएमसी दोनों ही पार्टियां रैली और रोड शो में एक दूसरे को पीछे छोड़ने की कोशिश कर रही है. 20 दिसंबर को गृहमंत्री अमित शाह बोलपुर में रोड शो करने के 9 दिन बाद ममता बनर्जी भी वहीं बोलपुर में रोड शो किया था. नौ तारीख को बर्धमान में जेपी नड्डा रोड के रोड शो करने के एक दिन बाद बीते कल यानी कि रविवार को उसी जगह पर टीएमसी ने रोड शो किया था.


रैलियां और रोड शो देखकर इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता कि दोनों पार्टियों ने कमर कस ली है. पिछले हफ्ते गंगारामपुर में अभिषेक बनर्जी की रैली में जबरदस्त भीड़ देखने लायक थी. ऐसे में काकली कह रही है कि टीएमसी की रैली है असली रैली और बीजेपी की नकली.


हालांकि बीजेपी टीएमसी के इस दावे का मजाक उड़ा रही है. बीजेपी का कहना है कि पैसा टीएमसी के पास नही हैं ? टीएमसी हार सामने देखकर बौखला गयी है. आने वाले कुछ हफ़्तों में बंगाल में और भी बड़ी रैली होने वाली है. भीड़ जुटाने में दोनों ही पार्टियां अब तक कामयाब रही हैं. अब देखना ये होगा कि ईवीएम मशीन पर किस पार्टी को इसका फायदा ज़्यादा मिलता है.


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