कोलकाता: बीजेपी सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान आज तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गईं. उन्होंने इस मौके पर कहा कि लोकसभा चुनाव में अपने पति (सौमित्र खान) को जिताने के लिए कई जोखिम उठाने के बावजूद उन्हें वाजिब पहचान नहीं मिली.


पत्नी के इस फैसले से नाराज बीजेपी सांसद ने तलाक का नोटिस देने का फैसला किया है. नाराज भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश प्रमुख सौमित्र खान ने पत्नी से अनुरोध किया कि अब उनका उपनाम इस्तेमाल नहीं करें.


टीएमसी सांसद सौगत रॉय और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद सुजाता मंडल ने कहा, "पति को संसद के लिए निर्वाचित कराने के वास्ते शारीरिक हमले झेलने समेत काफी बलिदान देने के बावजूद मुझे बदले में कुछ नहीं मिला... मैं हम सबकी प्रिय नेता ममता बनर्जी और हमारे दादा अभिषेक बनर्जी के मातहत काम करना चाहती हूं."


उनसे पूछा गया कि उनका यह फैसला उनके पति सौमित्र खान को किसी प्रकार से प्रभावित करेगा तो सुजाता मंडल ने कहा कि यह उन पर है कि वह अपने भविष्य के कदमों के बारे में फैसला करें. उन्होंने कहा, " मुझे उम्मीद है कि उन्हें एक दिन एहसास होगा... कौन जानता है कि वह भी टीएमसी में एक दिन वापसी करें."


बिश्नुपुर से सांसद सौमित्र खान ने आनन-फानन में प्रेस वार्ता बुलाई. इस दौरान खान भावुक दिखे. उन्होंने कहा कि वह सुजाता मंडल को तलाक का नोटिस भेज रहे हैं और "10 साल का संबंध" तोड़ रहे हैं. खान ने कहा, " आपको कुछ लोग इस्तेमाल कर रहे हैं जो पति-पत्नी के बीच दरार पैदा करने से भी हिचकते नहीं हैं जो 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान एक-दूसरे के साथ खड़े थे. जी हां आप बिश्नुपुर लोकसभा सीट पर प्रचार के दौरान मेरा स्तंभ थीं."


खान ने कहा, " कृपया यह मत भूलिए कि मैं 6,58,000 मतों से जीता हूं और यह अंतर मेरी पार्टी की वजह से संभव हुआ, इलाके में मेरी प्रतिष्ठा की वजह से संभव हुआ." उन्होंने कहा, " आप (सुजाता) इतने आगे तक इसलिए आई हैं, क्योंकि आपने जय श्रीराम का नारा लगाया था, आपने (नरेंद्र) मोदीजी के पक्ष में नारे लगाए थे, क्योंकि आप सौमित्र खान की पत्नी थीं."


सांसद ने कहा, " कृपया अब से "खान" उपनाम का इस्तेमाल करने से बचें. कृपया खुद को सौमित्र खान की पत्नी नहीं बताएं. मैं आपको अपने स्वयं के राजनीतिक भाग्य की योजना बनाने की स्वतंत्रता दे रहा हूं. लेकिन कृपया यह मत भूलिएगा कि आप उनका साथ ले रही है जिन्होंने मेरे बीजेपी में शामिल होने के बाद 2019 में आपके माता-पिता के घर पर हमला किया था."


खान ने टीएमसी नेतृत्व से आग्रह किया कि वह सुनिश्चित करें कि सुजाता मंडल पर किसी प्रकार का हमला नहीं हो या उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया जाए.


दीदी का सरकार में वापसी का ‘बैकअप’ प्लान, कौन सा है वो किला जिसे भेदने में हर कोई रहा नाकाम