दुनिया भर मेंकहर बरपा रही कोरोना महामारी के बुरे असर से भारत भी अछूता नहीं रहा है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और विशेष तौर पर महाराष्ट्र राज्य कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. महाराष्ट्र राज्य में कोरोना से हुई मौत की संख्या , देश के अन्य राज्यो की तुलना में कहीं ज्यादा है. इसके साथ ही राज्य के नागरिक आर्थिक संकट की समस्या से भी जूझ रहे हैं.


बीजेपी नेता ने पत्र में गिनवाई राज्य सरकार की खामियां


वहीं बीजेपी विधायक व प्रवक्ता राम कदम ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कोरोना संकट काल के समय सरकार की खामियां गिनाई. उन्होंने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से राज्य के नागरिकों को कोरोना वैक्सीन निशुल्क देने के लिए कहा है.


बीजेपी विधायक राम कदम ने पत्र में यह भी लिखा है कि, ' केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक राहत पैकेज उपलब्ध कराने के बावजूद जरूरतमंदों को महाराष्ट्र राज्य में राहत नहीं उपलब्ध कराई गई.  किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार,  टैक्सी और ऑटो ड्राइवर जैसे मेहनतकश वर्ग को महामारी के दौरान मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हुई. राज्य में खराब स्वास्थ्य व्यवस्था की वजह से कई गरीबों को उचित इलाज ना मिला और इस वजह से उनकी मौत हो गई.


राज्य सरकार की अनदेखी से किसानों की हालत हुई बदतर


बीजेपी नेता ने अपने पत्र में लिखा कि चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' ने भी कोकण क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी. लेकिन राज्य सरकार की तरफ से उन्हें कोई राहत- मदद उपलब्ध नहीं कराई गई. राज्य सरकार द्वारा नजरअंदाज किए जाने से राज्य के किसानों की हालत बदतर हुई है. उन्होंने लिखा कि, भारत में निर्मित दो कोविड-19 वैक्सीन के इस्तेमाल की इजाजत मिल जाने से सभी को उम्मीद की किरण जगी है. आम आदमी कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है और अब उम्मीद यही है कि महाराष्ट्र राज्य की जनता को कोरोना की वैक्सीन निशुल्क उपलब्ध कराई जाए.'


राज्य सरकार जनता की उम्मीदों पर नहीं उतर पाई खरी


राम कदम ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा की, महाराष्ट्र सरकार कोरोना संकट काल में जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकामयाब रही है इसलिए राज्य सरकार अब जनता के हित में व सच्ची निष्ठा से जनता कीं सेवा करे.


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