Bird Flu Updates: देश में बर्ड फ्लू का खतरा दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है. अब देश के नौ राज्यों में बर्ड फ्लू फैल गया है. ये राज्य उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली हैं. एनिमल हसबैंडरी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली में मरी हुई बत्तखों और कौवों के 8 सैम्पल भोपाल भेजे गए थे. इन सभी सैम्पल्स में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. राजधानी दिल्ली के 15 पार्कों में 91 कौवे और 27 बत्तख मरे हुए मिले हैं. बर्ड फ्लू को देखते हुए संजय झील इलाके को अलर्ट जोन घोषित कर दिया गया है. इतना ही नहीं गाजीपुर मुर्गा मंडी भी दस दिन के लिए बंद कर दी गई है.


दैनिक रिपोर्ट भेजें चिड़ियाघर प्रबंधन- केंद्र


केंद्र ने राज्यों के चिड़ियाघर प्रबंधनों को निर्देश दिया कि वे केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) को दैनिक रिपोर्ट भेजें और ऐसा तब तक जारी रखें जब तक कि उनके इलाके को रोगमुक्त घोषित नहीं कर दिया जाता. पर्यावरण मंत्रालय के तहत आने वाले सीजेडए ने कार्यालयी ज्ञापन जारी कर कहा कि एवियन इन्फ्लुएंजा ‘पशुओं में संक्रामक रोगों की रोकथाम और नियंत्रण कानून, 2009’ के तहत अनुसूचित बीमारी है और इसे फैलने से रोकने के लिए इस तरह की बीमारी की जानकारी देना अनिवार्य है.


हिमाचल प्रदेश का हाल


हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पोंग बांध वन्यजीव अभयारण्य में 215 प्रवासी पक्षी मृत पाए गए, जिससे संदिग्ध रूप से एवियन इंफ्लूएंजा से मरने वाली ऐसी चिड़ियों की संख्या बढ़कर 4,235 हो गई है. सोलन जिले में भी लगातार चौथे दिन बड़ी संख्या में मृत मुर्गे-मुर्गियां चंडीगढ़-शिमला राजमार्ग के किनारे फेंके पाए गए. सुरक्षा मानकों के मुताबिक इन पक्षियों के अवशेषों को जमीन में दफना दिया गया और नमूनों को जांच के लिये जालंधर की प्रयोगशाला में भेजा गया है.


राजस्थान का हाल


राजस्थान में 428 और पक्षियों की मौत के बाद राज्य में अब तक उनकी मौत का आंकडा बढकर 2,950 पहुंच गया है. अधिकारियों ने बताया कि रविवार को 428 पक्षियों की मौत हुई, जिनमें 326 कौवे, 18 मोर, 34 कबूतर और 50 अन्य पक्षी शामिल हैं. राज्य में अब तक कुल मृत पक्षियों 2,950 में सबसे अधिक कौवे (2,289), 170 मोर और 156 कबूतर शामिल हैं.


मध्य प्रदेश का हाल


मध्य प्रदेश के 13 जिलों के कौओं के नमूनों में बर्ड फ्लू के एच5एन8 प्रकार का संक्रमण पाया गया है. मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘राज्य में अब तक 13 जिलों- इंदौर, मंदसौर, आगर मालवा, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर एवं विदिशा- में कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है.’’ उन्होंने बताया कि 9 जनवरी तक 27 जिलों से लगभग 1100 कौओं और जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है.


महाराष्ट्र का हाल


महाराष्ट्र के लातूर में अहमदपुर इलाके के 10 किलोमीटर के क्षेत्र को ‘अलर्ट जोन’ घोषित किया गया है, जहां पर गत दो दिन में 128 मुर्गियों सहित 180 पक्षी मृत पाए गए हैं. लातूर के जिलाधिकारी पृथ्वीराज बीपी ने बताया कि पक्षियों की मौत की वजह का पता नहीं चला है लेकिन एहतियातन यहां से 265 किलोमीटर दूर केंद्रवाड़ी गांव के आसपास अलर्ट जोन घोषित किया गया है.


गुजरात का हाल


गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि राज्य सरकार बर्ड फ्लू से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. एवियन इन्फ्लूएंजा के डर के बीच गुजरात के विभिन्न हिस्सों में दर्जनों पक्षी मरे हुए पाए गए हैं और पशु पालन विभाग के कर्मचारी जांच के लिए नमूने जमा कर रहे हैं. जूनागढ़ पशु पालन विभाग के उप निदेशक एस एन वघासिया ने बताया कि पिछले नौ दिन में गिर सोमनाथ के चिखली गांव के एक मुर्गीपालन फार्म में 18 मुर्गियां मरी हुई पाई गई हैं. राजकोट के गोंडाल तालुक में कुछ टिटिहरियों के कंकाल मिले हैं जबकि वडोदरा में कई कबूतर मृत पाए गए.


उत्तर प्रदेश का हाल


उत्तर प्रदेश के कानपुर के चिड़ियाघर में मरे कुछ परिंदों में बर्ड फ्लू वायरस पाए जाने के बाद यहां अलर्ट जारी कर दिया गया है और अगले आदेश तक इसे जनता के लिए बंद कर दिया गया है. कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की दस्तक को देखते हुए राजधानी लखनऊ स्थित प्राणी उद्यान और बरेली के केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) में इस वायरस से बचाव के लिए चाक-चौबंद बंदोबस्त किए गए हैं.


हरियाणा का हाल


हरियाणा के पंचकूला जिले के दो कुक्कुट फॉर्म में एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार ने नौ त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किए हैं और दोनों ही केंद्रों पर रोकथाम का अभियान जारी है.


केरल का हाल


केरल के दोनों प्रभावित जिलों में नियंत्रण और रोकथाम का काम पूरा कर लिया गया है. राज्य को अभियान के बाद निगरानी कार्यक्रम संबंधी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं. इस बीच, प्रभावित इलाकों में हालात पर निगरानी के लिए गठित केंद्रीय दल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. केरल में नौ जनवरी को एक केंद्रीय दल पहुंचा और वह प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी कर रहा है. एक अन्य केंद्रीय दल 10 जनवरी को हिमाचल प्रदेश पहुंचा तथा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर रहा है.


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