Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए में शामिल होकर शपथ ग्रहण कर ली. इस तरह अब राज्य में सत्ता बदल गई और एनडीए का शासन होगा. इससे पहले तीन दिनों से बिहार में उठापटक मची हुई थी.


कई सवाल लोगों के जेहन में कौंध रहे थे कि राज्य की राजनीति किस करवट बैठेगी. रविवार (28 जनवरी) को नीतीश कुमार ने आरजेडी से मुंह मोड़कर राज्यपाल विश्वनाथ अर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपते हुए पुराने साथी बीजेपी का हाथ पकड़ लिया. आइए नजर डालते हैं आज के पूरे घटनाक्रम पर और जानते हैं, कब क्या हुआ?


नीतीश कुमार का पूरा राउंडअप


नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने की चर्चाओं के बीच उन्होंने सुबह करीब 11 बजे के आसपास राज्यपाल विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफे के बाद राज्यपाल ने नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को फोन करके बधाई भी दी.


इसके बाद करीब 11 बजकर 45 मिनट के आसपास उनका पहला रिएक्शन आता है. जिसमें वो कहते हैं, “मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.पहले का गठबंधन छोड़कर नया गठबंधन बनाएंगे. चीजें ठीक नहीं थीं इसलिए मुझे इस्तीफा देना पड़ा.”


तेजस्वी, बीजेपी और कांग्रेस ने क्या कहा?


नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने लगती हैं. मामले पर कांग्रेस ने नीतीश कुमार की तुलना ‘गिरगिट’ से की और कहा कि राज्य की जनता उनके विश्वासघात को कभी माफ नहीं करेगी. प्रधानमंत्री और बीजेपी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से डरे हुए हैं, इससे ध्यान भटकाने के लिए राजनीतिक नाटक रचा गया.


नीतीश कुमार पर साफतौर पर निशाना साधते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने कहा, ‘‘कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में, कूड़ा मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक.’ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी खेल शुरू हुआ है, खेला तो अभी बाकी है. इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को लेकर एक बड़ा दावा करते हुए कहा, “मैं जो कहता हूं, वो करता हूं. आप लिखकर ले लीजिए, जनता दल यूनाइटेड जो पार्टी है वो 2024 में ही खत्म हो जाएगी.”


दूसरी ओर, बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने बताया कि बीजेपी विधायकों ने जेडीयू के समर्थन से बिहार में एनडीए की सरकार बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. वहीं, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने कहा कि नीतीश जी का वापस आना हमारे लिए हर्ष का विषय है. डबल इंजन की सरकार से बिहार का विकास होगा. नड्‌डा ने कांग्रेस की यात्रा और इंडी अलायंस को पूरी तरह से फेल बताया.


राज्यपाल से मुलाकात कर पेश किया दावा


इसके बाद दोपहर में करीब एक बजे नीतीश कुमार ने बीजेपी के समर्थन से बिहार में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. सम्राट चौधरी को रविवार को राज्य में बीजेपी विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुना गया.


शपथग्रहण


पूरे घटनाक्रम के बाद शाम 5 बजे के आसपास राजभवन शपथ ग्रहण समारोह होता है जहां पर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की और सम्राट चौधरी के साथ विजय कुमार सिन्हा उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कैबिनेट का विस्तार जल्द होगा. 8 मंत्रियों ने आज शपथ ली है. आज तीनों पार्टियों और निर्दलीय को साथ लाए हैं. सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को उप मुख्यमंत्री बनाएंगे.


कौन मंत्री, किस पार्टी से


बिहार की नई सरकार में मंत्रियों की बात करें तो नंबर एक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो जेडीयू से हैं. फिर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जो बीजेपी से हैं. इसके बाद उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ये भी बीजेपी से हैं. बीजेपी के ही प्रेम कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद जेडीयू के विजय चौधरी, बिजेंद्र यादव और श्रवण कुमार मंत्री बने. जीतन राम मांझी की पार्टी हम से संतोष सुमन भी मंत्री बने और एक निर्दलीय सुमित कुमार सिंह राजपूत हैं जो मंत्री बने हैं.


कैबिनेट मीटिंग


नीतीश कुमार की नई कैबिनेट की बैठक कल साढ़े 11 बजे होगी. इसमें मंत्रियों को विभाग बांटे जा सकते हैं.


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