पूर्णिया: राजनीति में मर्यादा की हर सीमा लांघने से भी नेता परहेज नहीं कर रहे. बिहार में नीतीश सरकार में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने नोटबंदी के विरोध में पीएम मोदी की तस्वीर पर जूते मरवा दिए. अब बीजेपी मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही है.


बिहार के पूर्णिया में विरोध जताने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर पर जूते-चप्पल चले, लेकिन इसके पीछे की जो कहानी है वो बेहद परेशान करने वाली है. पीएम मोदी की तस्वीर पर जूते मारने के लिए नीतीश सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने लोगों को उकसाया है. सिर्फ जूते ही नहीं मारे गए नारेबाजी में पीएम के लिए अपशब्दों का प्रयोग भी किया गया. जूते मरवाने के बाद भी मंत्री जी का मन नहीं भरा इसके बाद उन्होंने पीएम को नक्सली तक कह दिया.



अब्दुल जलील मस्तान ने कहा, ‘’वो पीएम नहीं है, वो नक्सलाइट है, उग्रवाद है, डकैत है और लोगों को तरह-तरह से सताने वाला है.’’ जब एक मंत्री की ये हरकत कैमरे में कैद हो गई और सवाल उठा कि मंत्री जी ने ऐसा क्यों किया तब वो बड़ी सफाई से मुकर गए.


पीएम की तस्वीर पर जूते मारने के लिए लोगों को उकसाने वाले अब्दुल जलील मस्तान कांग्रेस के कोटे से नीतीश सरकार में आबकारी मंत्री हैं.  कांग्रेस के बड़े नेता कह रहे हैं मंत्री का ये बर्ताव सही नहीं है.


पीएम मोदी की तस्वीर पर जूता मारने की ये तस्वीर एक हफ्ते पुरानी 22 फरवरी की है, जब पूर्णिया में मंत्री जी नोटबंदी के विरोध में बुलाई गई सभा में पहुंचे थे. लेकिन विरोध करते करते मर्यादा ही भूल गए. अब बीजेपी मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रही है.


बिहार में विधानसभा का सत्र चल रहा है इसी बीच एक मंत्री का ये जूता कांड सामने आया है. साफ है आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति इसी पर गर्म रहेगी.