Bihar Caste Survey Report: बिहार सरकार ने सोमवार (2 अक्टूबर) को जाति आधारित सर्वे के जो आंकड़े जारी किए हैं, उसमें कुल आबादी (13.07 करोड़ से कुछ ज्यादा) में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा यानी 63 फीसदी है, लेकिन जनरल (सामान्य) कैटेगरी से संबंधित लोग राज्य की कुल आबादी का 15.52 प्रतिशत हैं, जिसमें से सबसे बड़ी आबादी मुस्लिम समाज से आने वाले शेख समुदाय की है. कुल आबादी में शेख 3.82 फीसदी हैं.
वहीं, जनरल कैटेगरी में आने वाले भूमिहार 2.86 फीसदी, राजपूत 3.45 फीसदी और ब्राह्मणों की संख्या 3.65 फीसदी हैं. ब्राह्मणों की संख्या शेख के बाद सबसे ज्यादा है. फिर राजपूत और उसके बाद भूमिहार हैं.
जनरल कैटेगरी में किस जाति की कितनी आबादी?
शेख- 3.82%
ब्राह्मण-3.65%
राजपूत-3.45%
भूमिहार-2.86%
बिहार में मुसलमानों की सबसे बड़ी आबादी शेख है तो दूसरी सबसे बड़ी आबादी अंसारी-मोमिन की है, जो 3.54 फीसदी है. मुसलमानों में हिंदुओं के मुकाबले पिछड़ी जातियों की संख्या और उनकी आबादी कम है. मुस्लिमों की 4 अगड़ी जातियों की कुल आबादी- 5.4634 फीसदी है. जिसमें से शेख 3.82 फीसदी, पठान 0.7548 फीसदी, मल्लिक 0.0854 फीसदी और मोगल 0.8032 फीसदी हैं.
मुस्लिमों की 4 अगड़ी जातियां
शेख 3.82%
पठान 0.7548%
मल्लिक 0.0854%
मोगल 0.8032%
धर्म के आधार पर किसकी कितनी आबादी?
इसके अलावा बिहार में धर्म के आधार पर अगर आबादी का आंकड़ा देखें तो हिंदू 81.99 फीसदी, मुस्लिम 17.70 फीसदी और अन्य 0.31 फीसदी हैं. हिंदुओं की आबादी में सबसे ज्यादा 14.26 फीसदी हिस्सेदारी यादवों की है. इसके बाद ब्राह्मण 3.65 फीसदी, राजपूत 3.45 फीसदी, भूमिहार 2.86 फीसदी, कायस्थ 0.60 फीसदी, कुर्मी 2.87 फीसदी, तेली 2.81 फीसदी, मुसहर 3.08 फीसदी, मल्लाह 2.60 फीसदी, बनिया 2.31 फीसदी और सोनार 0.68 फीसदी हैं.
जाति सर्वे की रिपोर्ट पर राजनीति
रिपोर्ट आने के बाद राजनीति गरमा गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है, बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है. इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास और उत्थान के लिए आगे काम किया जाएगा. इसी के साथ मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा. सीएम ने परोक्ष रूप से बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने हिंदू या मुस्लिम, शेड्यूल कास्ट या शेड्यूल ट्राइब आदि के लिए कुछ नहीं किया.
बीजेपी के नेताओं ने भी सर्वे रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं. बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने रिपोर्ट को आधा-अधूरा करार दिया, जबकि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी आंकड़ों का अध्ययन कर रही है. वहीं, मध्य प्रदेश की एक रैली से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए विपक्ष पर जाति-पाति के नाम पर समाज को बांटने का आरोप लगाया.