पंजाब सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बड़ा फैसला किया है. कैबिनेट मीटिंग में 25 हजार सरकारी नौकरियों पर मुहर लगाई गई है. भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार युवाओं के बीच बेरोजगारी के मुद्दे को हल करने का वादा किया था. इनमें से दस हजार नौकरियां पुलिस विभाग में निकलेंगी, वहीं 15 हजार नौकरियां बाकी अलग-अलग विभाग में आएंगी.


कैबिनेट के फैसले के मुताबिक एक महीने में ये नौकरियां निकाली जाएंगी. पंजाब में AAP के अन्य चुनावी वादों में, पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य के सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति में सुधार करने, रोजगार के अवसर पैदा करने, 300 यूनिट तक फ्री बिजली देने का वादा किया था. 18 साल से ऊपर की महिलाओं को 1,000 रुपये प्रति माह देने का भी वादा AAP ने किया था. उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त सरकार और नशीली दवाओं के खतरे को नियंत्रित करने का भी वादा किया था.


इससे पहले गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि 23 मार्च को 'शहीद दिवस (शहीद दिवस)' पर राज्य में एक भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन शुरू की जाएगी. मान ने कहा था कि लोग व्हाट्सएप के जरिए भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकेंगे.  इससे पहले 16 मार्च को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. आप ने हाल ही में संपन्न पंजाब विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल की और 92 सीटों पर जीत हासिल की. आप ने पंजाब की इस प्रचंड जीत के जरिए अपने ज्यादातर प्रतिद्वंद्वियों को सियासी रेस से बाहर कर हाशिए पर छोड़ दिया है.


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