Nyay Yatra 2nd Day In Manipur: लोक सभा चुनाव से पहले राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दूसरे दिन की शुरुआत सोमवार (15 जनवरी) को मणिपुर के सेकमाई से हुई. यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने रास्ते में उनके स्वागत के लिए कतार में खड़े लोगों से बातचीत की. कांग्रेस नेता ने जरूरत के मुताबिक परिवर्तित की गई वोल्वो बस में यात्रा शुरू की है. बस में सवार होने से पहले राहुल गांधी वह कुछ दूर पैदल भी चले.


उन्होंने लोगों से मुलाकात कर उनसे उनकी समस्याओं के बारे में पूछा. न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक जब राहुल गांधी की बस यहां के कई व्यस्त इलाकों से गुजरी. इन रास्तों पर ज्यादातर महिलाओं और बच्चों समेत कई लोग यात्रा मार्ग पर कतार में खड़े रहे और उन्होंने राहुल गांधी के समर्थन में नारे लगाए. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ इस बारे में जानकारी भी दी है.





रात को नागालैंड में ठहरेगी यात्रा


जयराम रमेश ने एक्स पर यह जानकारी दी की रात को यह यात्रा नागालैंड में ठहरेगी. सोमवार उन्होंने  लिखा, ‘‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत सुबह साढ़े सात बजे शिविर स्थल पर सेवा दल द्वारा पारंपरिक रूप से किए गए ध्वजारोहण के साथ हुई. मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मेघचंद्र ने ध्वजारोहण किया. ’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘यात्रा मणिपुर में सेकमाई से कांगपोकपी और फिर सेनापति से गुजरते हुए आगे जाएगी. यात्रा में शामिल लोग आज रात नगालैंड में रुकेंगे.’’


15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरेगी यात्रा


आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार (14 जनवरी)  को मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरुआत की है. भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा के दौरान लगभग 6,700 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. ज्यादातर यात्रा बस से होगी, लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी.


पहले दिन की यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने लोगों से कहा था कि मैं अपने मन की बात कहने नहीं बल्कि आपके मन की बात सुनने आया हूं. कांग्रेस इस यात्रा के जरिए लोकसभा चुनाव का विमर्श तय करने की कोशिश में है. राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी. कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर का दौरा नहीं करने को लेकर निशाना साधा और इसके लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने का संकल्प लिया था.


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