Ayodhya Ram Mandir Inauguration: कारसेवक श्रीकांत पुजारी को गिरफ्तारी के 9 दिन बाद शनिवार (6 जनवरी) को कर्नाटक के हुबली शहर की जेल से रिहा कर दिया गया. हिंदू कार्यकर्ता उनकी रिहाई का जश्न मनाने के लिए जेल के बाहर बड़ी संख्या में जुटे रहे.


हिंदू कार्यकर्ताओं ने श्रीकांत पुजारी के गले में मालाएं डालीं और 'जय श्री राम' के नारे लगाए. साथ ही उन्हें भगवान राम और देवी सीता की तस्वीर भी दी. 


कारसेवक के स्वागत के लिए हुबली-धारवाड़ मध्य निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के व‍िधायक महेश तेंगिनाकाई, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्य और बीजेपी पार्षद जेल के बाहर मौजूद थे. 


राम मंदिर जश्न में हिस्सा लेने को जांएगे अयोध्या 


श्रीकांत पुजारी ने कहा कि वह अपनी गिरफ्तारी से विचलित नहीं हैं. वह राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के जश्न में हिस्सा लेने के लिए 19 जनवरी को अयोध्या जाएंगे. हुबली की एक अदालत ने राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान 31 साल पुराने एक मामले में श्रीकांत पुजारी को सशर्त जमानत दी. 


बीजेपी ने शुरू की थी विरोध प्रदर्शन की सीरीज 


कर्नाटक बीजेपी इकाई ने राज्य भर में विरोध प्रदर्शनों की एक सीरीज शुरू की थी. इसके अलावा श्रीकांत पुजारी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उन्हें जेल से तत्काल रिहा करने की मांग करते हुए अभियान शुरू किया था. कारसेवक श्रीकांत पुजारी की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक में कांग्रेस सरकार और विपक्षी बीजेपी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई थी. 


'जब भी मन होगा, वह अयोध्या जाएंगे'


उधर, राम मंद‍िर प्राण प्रत‍िष्‍ठा समारोह का न्‍योता नहीं म‍िलने पर महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव का कहना है क‍ि उनका जब भी मन होगा, वह अयोध्या जाएंगे. अयोध्या में होने जा रहे प्रभु श्रीराम के मंदिर का अभिषेक गौरव और स्वाभिमान का विषय है. उस दिन (22 जनवरी) को शाम 6.30 बजे कालाराम मंदिर जाएंगे, जहां डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर और (समाज सुधारक) साने गुरुजी ने विरोध प्रदर्शन क‍िया था. उसी द‍िन शाम को 7.30 बजे गोदावरी नदी के तट पर महाआरती करेंगे. 


यह भी पढ़ें: Ramlala Pran Pratishtha: उद्धव ठाकरे को नहीं म‍िला प्राण प्रत‍िष्‍ठा समारोह का न्‍योता, उस द‍िन का बनाया ये खास प्‍लान