मुंबई: महाराष्ट्र ATS ने पुणे में होने वाले सनबर्न फेस्टिवल में हमले की साजिश का खुलासा किया. कुछ दिनों पहले ATS ने हिंदुवादी संगठन के 4 लोगों को भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया था. ATS आज कोर्ट में आरोपियों की पेशी के दौरान कोर्ट से कस्टडी मांगते हुए इस बात का खुलासा किया कि ये लोग पुणे में होने वाले सनबर्न फेस्टिवल को निशाना बनाने वाले थे.


एटीएस ने इस दौरान कुछ लोगों के नाम भी बताए जो इस संगठन के अगले निशाने थे. ATS की मांग पर कोर्ट ने आरोपियों को मामले में पूछताछ के लिए 3 सितंबर तक कस्टडी में भेज दिया है.


ATS ने देसी बम और बड़ी मात्रा में हथियार बनाने के आरोप में शरद कलसकर, वैभव राउत, सुधन्वा गोंधलेकर और श्रीकांत पानगरकर को गिरफ्तार किया था. गिरफ्त में आए आरोपियों की आज अदालत में पेशी थी. पेशी के दौरान ATS ने ये खुलासा किया कि आरोपी सनबर्न फ़ेस्टिवल में धमाका करने की योजना बना रहे थे और बरामद किये गए देसी बम में से कुछ का इस्तेमाल इस हमले में किया जाना था.

महाराष्ट्र: एटीएस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त


गिरफ्त में आए आरोपियों का मानना था कि इस तरह के फ़ेस्टिवल भारत की संस्कृति और सभ्यता को कलंकित करते हैं. जिसके चलते सनाथन संस्था ने इस फ़ेस्टिवल का गोवा में विरोध किया था. इस विरोध के बाद इस फ़ेस्टिवल को गोवा की बजाय पुणे में आयोजित किया जाने लगा था.


इसके पहले गिरफ्तारी के बारे में बताते हुए एटीएस प्रमुख अतुलचंद्र कुलकर्णी ने कहा था, ‘हम उनसे (तर्कवादी) नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे और पत्रकार गौरी लंकेश (हत्या) मामले सहित तमाम सुलझाए जा चुके और अनसुलझे मामलों में पूछताछ करेंगे.’


सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक गौरी लंकेश हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी अमोल काले की डायरी से अगले कुछ टारगेट के बारे में जानकारी मिली है. इसमें 6 लोगों के नाम हैं. सूत्रों के मुताबिक इनकी हिट लिस्ट में CBI के एसपी नंदकुमार नायर का नाम भी था. नंदकुमार नायर ने ही दाभोलकर हत्याकांड में डॉ विरेंद्र तावडे के रूप में पहली गिरफ़्तारी की थी. तभी से सनातन और हिंदू जनजागृति समिति के लोग नायर पर नज़र बनाए हुए थे.


लेकिन सनातन संस्था के वकील ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया हैं.


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