Money Laundering Case: एनसीपी (NCP) के नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) और नवाब मलिक (Nawab Malik) के बाद अब शिवसेना (Shiv Sena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) का नया ठिकाना ऑर्थर रोड जेल (Arthur Road Jail) हो गया है. इन तीनों को ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में गिरफ्तार करके जेल भेजा है. इन सभी को सुरक्षा कारणों की वजह से ऑर्थर रोड जेल की अलग-अलग बैरेक में रखा गया है और टीवी, कैरम, किताबें और दूसरी जरूरत की चीजें इन लोगों को महैया कराई गई हैं.


हालांकि, फरवरी में मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार हुए नवाब मलिक इन दिनों कुर्ला के क्रिति अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हैं. वो पिछले दो महीनों से प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं. जेल में बंद अन्य कैदियों की तरह इन तीनों नेताओं को भी हर महीने 6 हजार का मनीआर्डर मिल रहा है. इस पैसे से वे जेल के अंदर जरूरी चीजें खरीद सकते हैं.


लाइब्रेरी की किताबें, नोटबुक और पेन संजय के साथी


पात्रा चॉल जमीन घोटाले मामले में एक अगस्त को ईडी ने संजय राउत को गिरफ्तार किया. वो अंडरट्रायल नंबर 8959 के तौर ऑर्थर रोड जेल में बंद हैं. राउत को सुरक्षा कारणों से अकेले अलग बैरक में रखा गया है. उनकी मांग के मुताबिक जेल प्रशासन की ओर से उन्हें नोटबुक औऱ पेन दिया गया है. वो पढ़ने के लिए जेल की लाइब्रेरी से किताबें लेते हैं. अगर वो कोई किताब लिखेंगे भी तो वो जेल की सीमा के अंदर ही रहेगी, वो बाहर नहीं आ सकेगी.


घर का खाना खा रहे संजय राउत


शिवसेना सांसद संजय राउत को कोर्ट ने घर का खाना खाने इजाजत दी है. 8 अगस्त को कोर्ट ने संजय राउत को 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. तब तक संजय राउत ऑर्थर रोड जेल में ही बंद रहेंगे.


नवाब मलिक अस्पताल में भर्ती


23 फरवरी को जमीन घोटाले में गिरफ्तार हुए एनसीपी नेता नवाब मलिक ऑर्थर रोड जेल में कैदी नंबर 4622 हैं. फिलहाल वो स्वास्थ्य कारणों से एक अस्पताल में भर्ती हैं. कोर्ट ने उनको जेल में एक बेड और कुर्सी रखने की इजाजत दी है. इसके अलावा उन्हें भी घर का खाना खाने की इजाजत कोर्ट से मिली है.


9 महीनों से ऑर्थर रोड जेल में बंद अनिल देशमुख


महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) कैदी नंबर 2225 हैं. वो पिछले 9 महीनों से इस जेल में बंद हैं. अनिल देशमुख को पिछले साल 1 नवंबर 2021 को गिरफ्तार किया था. उन पर जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के आरोप लगे हैं. उन पर ये आरोप मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Param Bir Singh) ने लगाए हैं.


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