Lok Sabha Elections 2024:  लोकसभा चुनाव 2024 अपने चौथे चरण में प्रवेश कर चुका है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू दिया. इसमें अमित शाह ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल की घोषित 10 गारंटियों पर मजाक करते हुए कहा कि एक पार्टी जो 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, उसने पूरे देश में बिजली बिल माफ करने का वादा किया है.


एनडीटीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा, "आप पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ रही है? 22. सरकार बनाने के लिए आपको 270 से अधिक सीटों की जरूरत पड़ती है. आप क्या गारंटी दे रहे हैं? आप 22 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं और आप कह रहे हैं कि आप पूरे देश में बिजली बिल माफ कर देंगे." 


क्या हैं केजरीवाल की 10 गारंटियां?


दरअसल, आम आदमी पार्टी ने जनता के सामने अपने 10 वादे रखे हैं, जिन्हें 'केजरीवाल गारंटी' नाम दिया गया है. जिसमें चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं और हर साल दो करोड़ नौकरियां पैदा करना शामिल है. इस दौरान आम आदमी पार्टी ने अग्निवीर योजना को समाप्त करने और यह सुनिश्चित करने का भी वादा किया है कि किसानों को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिन कहा था कि 'चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है और हम इसे उनके कब्जे से मुक्त कराएंगे. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा एक और गारंटी के तौर पर दिया.


अमित शाह ने केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा


इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इंटरव्यू में कहा कि आप नेता ने पिछले चुनाव में भी "ये स्टंट आजमाए थे", लेकिन सिर्फ एक सीट जीती थी. उधर, जब अमित शाह से सवाल पूछा गया कि बीजेपी पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर विपक्ष आरोप लगाती रहती है. इस पर उन्होंने कहा, "अगर केजरीवाल ऐसे आरोप लगा रहे हैं, तो उन्होंने नौ बार समन का उल्लंघन किया. वह इसे खींचते रहे और फिर रोना शुरू कर दिया कि उन्हें चुनाव के दौरान गिरफ्तार किया गया है."


'केजरीवाल को जमानत नहीं सिर्फ अंतरिम राहत मिली'


अमित शाह ने आगे कहा कि केजरीवाल को जमानत नहीं दी गई है, बल्कि सिर्फ अंतरिम राहत दी गई है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की दलील थी कि उनकी गिरफ़्तारी गलत थी. सुप्रीम कोर्ट ने इसे नहीं माना. फिर उन्होंने जमानत मांगी. कोर्ट ने उसे भी नहीं माना. फिर उन्होंने प्रचार करने की इजाजत मांगी. सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तें तय कीं और उन्हें 1 जून तक के लिए छुट्टी दे दी. उन्हें 2 जून को तिहाड़ (जेल) लौटना है.यह उनके पक्ष में फैसला कैसे है?


BJP को पिछले चुनाव में 50% से ज्यादा वोट मिला- अमित शाह


यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली में आप-कांग्रेस गठबंधन से बीजेपी की चुनावी संभावनाओं पर असर पड़ेगा, गृह मंत्री ने कहा कि बीजेपी को पिछली बार हर सीट पर 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे. इसलिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कितने लोग एक साथ आ रहे हैं. 


केजरीवाल को इतनी गंभीरता से न लें- गृहमंत्री


दिल्ली के मुख्यमंत्री के इस दावे पर कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल 75 वर्ष के हो जाएंगे, "रिटायर" हो जाएंगे. इस पर अमित शाह ने कहा, "उन्हें इतनी गंभीरता से न लें. वह नहीं चाहते कि मोदीजी राजनीति में रहें लेकिन मैं बताना चाहता हूं आपको मोदीजी 2029 तक पीएम रहेंगे और उसके बाद भी वह बीजेपी के चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे.''


हमने बहुमत का इस्तेमाल 370 हटाने के लिए किया- शाह


उधर, विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कि बीजेपी संविधान को बदलने और जाति-आधारित आरक्षण को हटाने की योजना बना रही है, उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस नेता राहुल गांधी सार्वजनिक जीवन में आए हैं, उन्होंने जोर-शोर से झूठ बोलना कांग्रेस की मुख्य विचारधारा बना ली है. मोदीजी प्रधानमंत्री बन गए. दो बार पूर्ण बहुमत के साथ पीएम बने. दोनों बार एनडीए के पास दो-तिहाई बहुमत था. अमित शाह ने कहा कि अगर बीजेपी संविधान बदलना चाहती और आरक्षण हटाना चाहती तो हमें कौन रोक सकता था?”


अमित शाह ने कहा कि हमने अपने बहुमत का इस्तेमाल अनुच्छेद 370 हटाने, तीन तलाक खत्म करने, समान नागरिक संहिता लागू करने, राम मंदिर बनाने, सर्जिकल स्ट्राइक करने, वैज्ञानिकों को खुली छूट देकर चंद्रयान उतारने और 130 करोड़ लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए किया.


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